28 November, 2024 (Thursday)

सपा से स्वामी प्रसाद मौर्या ने नामांकन पत्र दाखिल किया फाजिलनगर विधानसभा क्षेत्र से मौर्या ने जतायी उम्मीदवारी

कुशीनगर । भाजपा से सपा मे शामिल हुए पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी की ओर से फाजिलनगर विधानसभा सीट के लिए दो सेट में नामांकन पत्र किया। इस दौरान उनके साथ दो प्रस्तावक मौजूद रहे। स्वामी पहली दफा फाजिलनगर
विधानसभा से सपा उम्मीदवार बनाए गए हैं।
छठे चरण के मतदान के लिए शुरू किए गये नामांकन प्रक्रिया के पहले दिन शुक्रवार को सपा उम्मीदवार स्वामीप्रसाद मौर्य ने फाजिलनगर विधानसभा क्षेत्र से  कलेक्ट्रेट मे नामांकन दाखिल किया। इस दरम्यान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे। प्रत्याशी के साथ सिर्फ प्रस्तावक को अन्दर जाने की अनुमति थी। कोरोना गाइडलाइन और निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देशों का पालन कराने के लिए सख्त इंतजाम किए गये थे।अलग-अलग विधानसभाओ के लिए कलेक्ट्रेट में एडीएम न्यायालय, एसडीएम सदर, एसडीएम न्यायिक सहित अन्य न्यायालयों में मजिस्ट्रेट के मौजूदगी मे नामांकन पत्र दाखिल करने की व्यवस्था बनायी गयी थी। प्रत्याशियों के साथ भीड़ कलेक्ट्रेट में प्रवेश न कर सके, इसके लिए बाहर भी बैरिकेडिंग कराई जा रही है। प्रत्याशियों के साथ आने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जगह-जगह पुलिस फोर्स तैनात रही। जिला प्रशासन द्वारा नामांकन प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग भी कराई गई है।
सीएम योगी पर मौर्या ने साधा निशाना
पर्चा दाखिल के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य मीडिया से बातचीत मे सीएम योगी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि योगी को राष्ट्रीय नेताओं की कृपा से सीएम का पद मिला है लेकिन अब जिंदगी में कभी उस पद पर नहीं आयेंगे. मौर्य ने कहा कि योगी आदित्यनाथ वोट के सौदागर हैं. योगी के अलोकतांत्रिक चेहरे को जनता ने देख लिया है. योगी आदित्यनाथ के गर्मी उतारने वाले सवाल पर मौर्य ने कहा कि किसी की गर्मी उतारने की बात करना सीएम की भाषा नहीं हो सकती है. वे सीएम नहीं गुंडे, मवाली की भाषा बोल रहे हैं. लोकतांत्रिक व्यवस्था में यह लोकतंत्र की हत्या है. उन्होंने कहा कि योगी जी अपनी चिंता करें, 10 मार्च के बाद खुद गर्मी उतर जायेगी. इस तरह की भाषा कोई जन प्रतिनिधि नहीं बोल सकता है। वह यही नही रुके उन्होंने कहा कि योगी जी कहते हैं कि क्षत्रिय होने पर गर्व है. जबकि सब लोग जानते हैं कि योगी और मुख्यमंत्री की कोई जाति नहीं होती है. मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री पूरे देश का होता है. योगी तो गोरखपुर जैसे सम्मानित पीठ के महंत हैं. एक तरफ वह राष्ट्रवाद का नारा देते हैं दूसरी ओर जातिवाद करते हैं. दलितों और पिछड़ों के आरक्षण की सीट सामान्य को दे दिया। आरपीएन सिंह के डर से पडरौना विधानसभा क्षेत्र छोड़ने के सवाल पर मौर्या ने कहा कि आरपीएन सिंह से क्या तुलना करना है, जिसको कई बार पटखनी दे चुका हूं. जिसकी माता जी को हरा चुका हूं और तीसरे को लाये उसको भी हरा चुका हूं। उन्होंने आरपीएन सिंह चुनौती देते हुए कहा कि आरपीएन मे हिम्मत ही नहीं है कि वह क्षेत्र में आएं. अगर आरपीएन सिंह कहें तो अपने एक अदने से कार्यकर्ता को चुनाव लड़ा कर उनको पटखनी दे सकता हूं।
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