प्रधानमंत्री मोदी आज करेंगे जिलाधिकारियों से संवाद, सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों पर लेंगे फीडबैक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार (22 जनवरी) को विभिन्न जिलों के जिलाधिकारियों (डीएम) के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संवाद करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि प्रधानमंत्री जिलों में सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की प्रगति और वर्तमान स्थिति के बारे में फीडबैक लेंगे। इससे सरकारी योजनाओं की समीक्षा करने और चुनौतियों का पता लगाने में मदद मिलेगी। पीएमओ के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार ने देश भर में विकास और विकास में विषमता को दूर करने के लिए लगातार कई कदम उठाए हैं। ये कदम सभी नागरिकों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने और सभी के लिए समावेशी विकास सुनिश्चित करने की सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप हैं।
पूर्वोत्तर राज्यों को स्थापना दिवस की बधाई
इससे पहले दिन में, प्रधानमंत्री ने तीन पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा, मणिपुर और मेघालय को उनके 50वें स्थापना दिवस पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे में सुधार ने राज्यों को तेजी से विकास के लिए अच्छी तरह से कनेक्टिविटी हब में बदल दिया है। तीन राज्यों को अलग-अलग वीडियो संदेशों में, पीएम ने उन्हें अवसरों की भूमि और व्यापार संपर्क के लिए एक केंद्र के रूप में वर्णित किया। साथ ही कनेक्टिविटी और विकास के सामान्य विषय पर जोर दिया। वीडियो संदेश में प्रधान मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार मणिपुर को देश की खेल महाशक्ति बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। पूर्वोत्तर को अपनी एक्ट ईस्ट नीति का केंद्र बनाने की दृष्टि में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है।
सबसे लोकप्रिय वैश्विक नेता पीएम मोदी
इस बीच मॉर्निंग कंसल्ट पॉलिटिकल इंटेलिजेंस द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, पीएम मोदी 71फीसदी की अप्रूवल रेटिंग के साथ सबसे लोकप्रिय वैश्विक नेता के रूप में शीर्ष पर हैं। सर्वेक्षण में पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बोरिस जानसन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रान, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज और अन्य प्रमुख वैश्विक नेताओं को पीछे छोड़ दिया है।
पीएम मोदी की अप्रूवल रेटिंग हुई बेहतर
जून, 2021 में जारी हुई अप्रूवल रेटिंग की तुलना में इस बार पीएम मोदी की अप्रूवल रेटिंग बेहतर हुई है। जून में प्रधानमंत्री की अप्रूवल रेटिंग 66 फीसद थी, लेकिन ऐसा नहीं है कि पीएम की अप्रूवल रेटिंग में ही इजाफा हुआ है। बल्कि उनकी डिसअप्रूवल रेटिंग में गिरावट भी आई थी। करीब 25 फीसद की गिरावट के साथ अब यह लिस्ट में सबसे निचे के स्थान पर थे।