हिंदू-मुस्लिम फैमिली लॉ के बारे में ऐसे बात सुन भड़कीं गौहर खान, कहा- ‘मैं एक मुसलमान हूं, और कोई भी…’
गौहर खान बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों में से एक हैं जो फिल्मों के साथ देश के मुद्दों पर अपनी राय रखने के लिए जानी जाती हैं। वह अक्सर देश के सामाजिक और राजनीति मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखती आई हैं। अब उन्होंने सामाजिक मुद्दे पर उन्हें ट्रोल करने वाले को मुंहतोड़ जवाब दिया है। साथ ही देश के लिए भी बड़ी बात की है।
दरअसल ट्विटर पर एक सोशल मीडिया यूजर ने यूनिफॉर्म सिविल कोर्ट की पैरी करते हुए मुस्लिम और हिंदू समुदाय को लेकर ट्वीट किया। जिसको देखने के बाद गौहर खान बुरी तरह से भड़क गईं और उन्होंने यूजर को मुंहतोड़ जवाब दिया। सोशल मीडिया यूजर ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘बाहर दुनिया के लोग अभी भी यह नहीं जानते हैं कि भारत में हिंदू और मुस्लमानों के लिए दो अलग-अलग फैमिल लॉ हैं। हिंदुओं को धर्मनिरपेक्ष संहिता का पालन करना होता है। मुसलमान 4 पत्नियां रख सकते हैं और शरिया के नाम पर अपनी पत्नियों और लड़कियों के लिए पढ़ाई पर प्रतिबंध लगा सकते हैं। यूनिफॉर्म सिविल कोर्ट को सभी भारतीयों पर लागू करना होगा।’
गौहर खान ने इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘मैं एक मुसलमान हूं, और कोई भी बॉडी हमें हमारे अधिकारों से प्रतिबंधित नहीं कर सकती है, भारत धर्मनिरपेक्ष है, यह एक लोकतंत्र है, आप की तरह तानाशाही नहीं! इसलिए अपनी अमेरिकी स्थिति में आराम से रहें, मेरे देश में नफरत फैलाना बंद करें!’ सोशल मीडिया पर गौहर खान का यह ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है।
अभिनेत्री के कई फैंस और तमाम सोशल मीडिया यूजर्स उनके ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। बात करें गौहर खान के वर्कफ्रंट की तो बीते दिनों वह अपनी शॉर्ट फिल्म सॉरी भाईसाब को लेकर चर्चा में थीं। सॉरी भाईसाब में गौहर खान बिल्कुल अलग अंदाज में नजर आईं। सॉरी भाईसाब अमेजन मिनीटीवी पर 16 दिसम्बर को स्ट्रीम हुई थी, जिसे दर्शकों के मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली थी।
फिल्म सॉरी भाईसाब में गौहर खान के साथ वेब सीरीज द फैमिली मैन 2 में श्रीकांत तिवारी के जोड़ीदार जेके का किरदार निभाकर तारीफें बटोरने वाले कलाकार शारिब हाशमी मुख्य भूमिका में थे। फिल्म का लेखन-निर्देशन सुमन अधिकारी और सुमित घिल्डियाल ने किया है, जबकि निर्माण एरे स्टूडियो ने किया है। फिल्म की कहानी मिडिल क्लास परिवार की ख्वाहिशों और जीवन को बेहतर बनाने की जद्दोजहद के इर्द-गिर्द घूमती है।