Bitcoin की कीमतें आईं नीचे, अब 28 हजार डॉलर सस्ता मिल रहा एक सिक्का
Bitcoin की कीमतें अचानक धड़ाम हो गई हैं। यह गिरकर 41857 डॉलर प्रति क्वाइन हो गई हैं। 2021 में यह 69 हजार डॉलर तक का स्तर छू चुकी हैं। भारत में हालांकि Bitcoin और दूसरी क्रिप्टोकरंसी के चलन पर पाबंदी लगाने की बात चल रही है। संसद के शीतकालीन सत्र में इसे लेकर एक बिल भी आने वाला था। लेकिन उस बिल को फिलहाल टाल दिया गया है। क्योंकि तमाम एक्सपर्ट का कहना है कि इस करंसी को प्रतिबंधित करना सही नहीं होगा। इसे एसेट के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
1 जनवरी को गिरी कीमतें
बता दें कि 1 जनवरी 2022 को बिटकॉइन की कीमत 47,700 डॉलर के उच्च स्तर से गिरकर 43,030 डॉलर हो गई थीं। दूसरे क्रिप्टो टोकन जैसे Ethereum, Solana, Cardano, Binance Coin आदि की कीमतें भी नए साल की शुरुआत के बाद से गिरावट में दिखाई दीं। CoinMarketCap डेटा के अनुसार क्रिप्टोकरंसी की गिरती कीमतों ने खुदरा क्रिप्टो निवेशकों के उत्सव के मूड को खराब कर दिया है। लेकिन क्रिप्टो बाजारों में कीमतों में गिरावट कोई नई बात नहीं है, इसलिए क्रिप्टो उत्साही निवेशकों के लिए यह आश्चर्य की बात नहीं है।
ओमिक्रोन वैरिएंट का असर
दिसंबर 2021 की शुरुआत के बाद से Bitcoin काफी हद तक रेंज बाउंड रहा है। हालांकि, मौजूदा कीमतों में गिरावट को सभी बाजारों में अनिश्चितताओं के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। जानकारों के मुताबिक बीटीसी की मौजूदा कीमत में गिरावट का कारण ओमिक्रॉन वैरिएंट के प्रसार के साथ सभी बाजारों में अनिश्चितता का सामना करना है।
2021 में हर क्रिप्टोकरंसी ने मुनाफा दिया
2021 में लगभग हर शीर्ष क्रिप्टो टोकन ने खुदरा निवेशकों को भारी मुनाफा दिया। हालांकि 2022 में इसे दोहराने की उम्मीद नहीं की जा सकती है, लेकिन उद्योग के विशेषज्ञ इस साल क्रिप्टो बाजारों में कुछ स्थिरता के आगे बढ़ने की उम्मीद करते हैं। अब खुदरा निवेशकों से संस्थागत निवेशकों के लिए पैसे का रोटेशन हो रहा है। यही कारण है कि क्रिप्टो की कीमतें गिर रही हैं। यह ट्रेंड इस साल जारी रह सकता है।