पुलों की सुरक्षा और लंबी उम्र पर केंद्रीय परिवहन मंत्री ने दिया जोर, देश को जल्द मिलेंगी अब बहुमंजिला सड़कें,
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि देश में सभी पुलों की स्थिति और उम्र जानने के लिए केंद्र सरकार एक नीति तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने देश के सभी पुलों की जानकारी इकट्ठा करने के लिए भारतीय पुल प्रबंधन प्रणाली तैयार की है। केंद्रीय मंत्री ने यह बात सच्चिदानंद जोशी और वैभव डांगे की ओर से लिखी किताब “बिल्डिंग ब्रिजेज – शेपिंग द फ्यूचर” के विमोचन पर कही। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार समुद्र के किनारे बनाए जा रहे पुलों में स्टेनलेस स्टील का उपयोग करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि इससे पुलों की मजबूती और लंबी उम्र के साथ-साथ उन्हें और अधिक सुरक्षित बनाने में मदद मिलेगी।
बहुमंजिला सड़क परियोजनाओं पर दिया जोर
सड़क परिवहन मंत्री ने नए जमाने की तकनीकों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दो पुलों के बीच की दूरी को जोड़ने के लिए हमें नई तकनीक को अपनाना होगा। उन्होंने आगे कहा कि भारत में हमारे पास 30 मीटर का विस्तार है। इसी तरह मलेशिया में 45 मीटर का विस्तार है। इससे पुल की लागत 30-40 प्रतिशत कम हो जाती है। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने बहुमंजिला सड़क परियोजनाओं पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि शहरों में जमीन लेना काफी मुश्किल है। शहरों में तीन या चार मंजिला सड़कें बनाने की जरूरत है। नागपुर में दो मंजिला सड़क के ऊपर मेट्रो चलाने के लिए एक परियोजना बनाई गई है। इसी तरह पुणे में चार मंजिला सड़क परियोजना बनाने की तैयारी की जा रही है।
सड़क दुर्घनाओं के पीछे यह भी बड़ा कारण
गडकरी ने आगे कहा कि भारत में पुलों के इस्तेमाल न करने के लिए कोई अंतिम तिथि नहीं है। इसके चलते हमें कई सड़क दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता है, जिसमें कई लोगों की जानें चली जाती है। उन्होंने कहा कि वित्तीय आडिट महत्वपूर्ण है, लेकिन प्रदर्शन आडिट, गुणवत्ता निर्माण आडिट इससे कई ज्यादा महत्वपूर्ण है।