ठंडी हो या बरसात, बाइक चलाने से पहले ये एक्सेसरीज जरूर रखें साथ
कभी न कभी आपने यह सपना तो जरूर देखा होगा कि अपनी एक पर्सनल बाइक हो, जिससे जहां मन करे वहां जाकर घूम सकें। चाहे वो पहाड़ों की वादियां हो या कोई लांग ट्रिप, हर जगह अपनी बाइक दौड़ा सकें। सभी बाइक लवर्स का सपना होता है कि वह अपनी बाइक से ही हर जगह की यात्रा करें, लेकिन इसके लिए आपकी बाइक अच्छी कंडीशन होनी चाहिए और यात्रा के दौरान होने वाली सभी तरह की समस्याओं को सोच कर ही घर से निकलना चाहिए। सड़क पर बाइक निकालने से पहले कुछ जरूरी एक्सेसरीज हमेशा हमारे पास रहने चाहिए, जिससे यात्रा के दौरान आपको कोई दिक्कत न हो।
सबसे पहले लगाएं हेलमेट
अगर आप बाइक से कहीं भी यात्रा करने की सोच रहे हैं, तो सबसे जरूरी चीज है हेलमेट। हेलमेट का चुनाव करते समय डिजायन से ज्यादा उसकी उपयोगिता, क्वालिटी और उसके साइज पर ध्यान देना चाहिए। अगर आप अक्सर ही रेसिंग ट्रैक पर पहुंचते हैं, तो आपको अलग हैलमेट खरीदना चाएये। वहीं रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिए हाफ फेस, फुल फेस और मॉडयूलर हैलमेट चुनना चाहिए।
बेहद जरूरी है सिक्योरिटी सिस्टम
सोचिए आप कहीं गए और कुछ देर बाइक कहीं पर पार्क कर दी और वापस आने पर आपकी बाइक न मिले, तो क्या होगा? हम बात कर रहे हैं सिक्योरिटी सिस्टम की। बाइक या स्कूटर की सिक्टयोरिटी बहुत जरूरी होती है। बाइक्स को चुराना चोरों के लिए बहुत आसान होता है, इसलिए हमें बाइक को सुरक्षित रखने के लिए यह एक्सेसरीज बेहद जरूरी है। कार की तर्ज पर टू-व्हीलर के लिए सेंट्रल और रिमोट लॉकिंग जैसे सिस्टम उपलब्ध हैं। सिक्योरिटी सिस्टम लेते वक्त सस्ते के बजाए क्वालिटी पर जोर दें, क्योंकि आपका यह निवेश आपकी बाइक के लिए है, जिसे आपने कड़ी मेहनत की कमाई से खरीदा है।
राइडिंग गियर
राइडिंग गियर बाइकिंग के शौकीनों के लिए यह सबसे जरूरी चीज है। राइडिंग गियर केवल स्टाइल स्टेटमेंट न होकर एक सुरक्षा कवच का भी काम करता है। यह राइडर को मौसम की मार से और दुर्घटनाओं में लगने वाली गंभीर चोटों से बचाता है। अच्छी क्वालिटी के फुल राइडिंग गियर महंगे आते हैं, लिहाजा ज्यादा बजट हो तो सबसे पहले राइडिंग जैकेट और पैंट लें, उसके बाद नी कैप, एल्बो गार्ड जैसे गियर अलग-अलग खरीद सकते हैं।
रिफ्लेक्टर और हैडलैंप्स
खुद की सुरक्षा के लिए आवश्यक है कि सड़क पर साफ दिखाई दे। खासकर रात में या खराब मौसम में विजिबिलिटी (दृश्यता) घट जाती है। इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिये। इस मामले में तेज रोशनी देने वाले प्रोजेक्टर हैडलैंप्स और टेललैंप्स लगवाना अच्छा विकल्प हो सकता है। कई कंपनियां अपनी बाइकों में इन्हें दे भी रही हैं, लेकिन अभी यह डिस्क ब्रेक फीचर जितना आम नहीं हुआ है। हालांकि बाहर से आप स्कूटर या बाइक की लाइटों को अपग्रेड करा सकते हैं। इनसे बेहतर रोशनी, तो मिलेगी ही साथ ही बाइक और स्कूटर को नया लुक भी मिलेगा।
क्रैश प्रोटेक्शन
अचानक ब्रेक लगाने और गलत तरीके से गाड़ी चलाने वाले आपकी बाइक को काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिनकी मरम्मत में आपका काफी पैसा खर्च हो सकता है। ऐसे में क्रैश से बचाने वाले गार्ड लगाकर इस समस्या से निजात पाई जा सकती है। बाइक के डिजाइन के मुताबिक साइड फ्रेम्स, फ्रंट और बैक बार, स्विंग आर्म स्पूल फिट करा कर नुकसान को टाला जा सकता है।
सैडलबैग
बाइक के मुकाबले स्कूटर में सामान रखना या लाना ले जाना ज्यादा आसान होता है। ऐसे में साइड बैग लगा इस कमी को पूरा किया जा सकता है। इससे बाइक के हैंडल पर लटका कर या पेट्रोल टैंक के ऊपर सामान रखकर लाने की समस्या से निजात मिलेगी। वहीं सामान और बाइक सवार दोनों सुरक्षित भी रहेंगे।
टूल किट
अच्छी टूल किट का होना बेहद जरूरी है, क्योंकि छोटी छोटी समस्या के लिए बार बार वर्कशॉप के चक्कर लगाना कोई भी पसंद नहीं करता है। इसलिए अच्छी टूल किट रखकर, छोटी-मोटी समस्याओं जैसे नट या पेंचों के ढीले हो जाने पर उन्हें खुद ही कस सकते हैं। बार-बार मैकेनिक के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।