यूक्रेन को लेकर अमेरिका और रूस आमने-सामने, ब्लिंकेन बोले- भुगतने होंगे गंभीर परिणाम
यूक्रेन को लेकर अमेरिका और रूस के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार को कहा कि अगर रूस यूक्रेन के खिलाफ आक्रामकता के साथ आगे बढ़ता है तो इसके लिए उसे बड़े पैमाने पर परिणाम भुगतने होंगे।
ब्लिंकन ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि हम न केवल अपनी साझा चिंताओं को लेकर अपने सहयोगियों और भागीदारों के साथ बहुत करीबी समन्वय में काम कर रहे हैं, बल्कि अगर रूस यूक्रेन के खिलाफ आक्रामकता के नए कृत्य करता है तो एक सार्थक और व्यापक प्रतिक्रिया पर भी विचार किया जा रहा है। नाटो, यूरोपीय संघ और जी7 सभी ने स्पष्ट किया है कि अगर रूस यूक्रेन के खिलाफ आक्रामकता दिखाता है तो रूस को बड़े परिणाम भुगतने होंगे।
ब्लिंकन ने कहा कि जेनेवा में पहली बार राष्ट्रपति जो बाइडन और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात के दौरान रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच अधिक स्थिर संबंध बनाने पर सहमति बनी थी, लेकिन अगर रूस अपनी आक्रामक कार्रवाइयों को जारी रखता है, तो हम इसका दृढ़ता से जवाब देंगे। इस महीने की शुरुआत में बाइडन और पुतिन के बीच वीडियो काल के दौरान, अमेरिकी राष्ट्रपति ने चेतावनी दी थी कि अगर रूस यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करता है तो अमेरिका और उसके सहयोगी मजबूती के साथ इसका जवाब देंगे।
दूसरी तरफ, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने मंगलवार को फोन पर बातचीत के दौरान यूरोपीय सुरक्षा मुद्दों और यूक्रेन की स्थिति पर चर्चा की। क्रेमलिन की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, पुतिन ने स्कोल्ज को दीर्घकालिक और कानूनी रूप से बाध्यकारी सुरक्षा गारंटी के रूसी प्रस्तावों के बारे में सूचित किया जो उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन को पूर्व की ओर विस्तार करने और रूस के पास आक्रामक हथियारों को तैनात करने से रोकते हैं।
उन्होंने यूक्रेन में आंतरिक संघर्ष को हल करने की समस्याओं पर भी चर्चा की। जहां तक रूसी-जर्मन संबंधों का संबंध है, दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और विकसित करने और विभिन्न चैनलों के माध्यम से संपर्क बनाए रखने में समान रुचि व्यक्त की। इससे पहले पुतिन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूरोपीय सुरक्षा मुद्दों और यूक्रेन की स्थिति पर चर्चा करने के लिए फोन पर बातचीत की थी।