‘मुझे ज्यादातर कामुक रोल ही ऑफर होते हैं, महिलाओं के प्रति जाने कब बदलेगा नजरिया’- चित्रांगदा सिंह
हिंदी फिल्मों में महिलाओं के लिए अच्छे किरदार लिखे जाने लगे हैं। हाल ही में बाब बिस्वास फिल्म में अभिषेक बच्चन के साथ नजर आई अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह का मानना है कि महिलाओं के लिए किरदार लिखे जा रहे हैं, लेकिन अब भी उनकी संख्या कम है। दैनिक जागरण से बातचीत में चित्रांगदा कहती हैं कि अच्छे किरदार महिलाओं के लिए लिखे जरूर जा रहे हैं, लेकिन अब भी उनकी संख्या कम है।
एक्ट्रेस ने आगे कहा,’मुझे कई बार ऐसे किरदार आफर होते हैं, जो रिझाने वाले या कामुक किरदार होते हैं। उसमें कोई न कोई हाट एंगल होता है। मुझे समझ नहीं आता है कि एक महिला की जो स्ट्रेंथ होती है, उसे सामने लाने के लिए इन्हीं चीजों का सहारा क्यों लिया जाता है। जब इस तरह के किरदारों के आफर आते हैं, तो मना करना पड़ता है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में संतुलित किरदार, जो सशक्त भी होंगे, वह मुझे आफर होंंगे।
कोरोना काल के दौरान काम न करने को लेकर चित्रांगदा कहती हैं कि कहीं न कहीं काम न करने को लेकर इनसिक्योरिटी थी। मैं ऐसा नहीं कहूंगी कि बिल्कुल इनसिक्योरिटी नहीं थी। जब काम शुरू हुआ था, तो भी बड़े बजट के प्रोजेक्ट्स शुरू नहीं हुए थे। नया काम शुरू होने में वक्त लग रहा था। वह टेंशन जरूरी था कि कब नया काम शुरू होगा। मेरा मानना है कि काफी कुछ तनाव मेरे स्वभाव की वजह से भी कम था। मैं तनाव नहीं लेती हूं, इसलिए जीवन में शांति बनी हुई थी। बाब बिस्वास में अभिषेक के साथ काम करने का अनुभव बताते हुए चित्रांगदा कहती हैं कि उनके पास अपने पापा अमिताभ बच्चन से जुड़े कई किस्से कहानियां हैं। सेट पर जब वह बच्चन साहब के किस्से सुनाते थे, तो मैं ध्यान से सुनती थी। मैं बहुत बड़ी अमिताभ बच्चन फैन हूं।