23 November, 2024 (Saturday)

ईवी स्टार्टअप कंपनियों ने बदला टू-व्हीलर्स बाजार का स्वाद! मिल रहा माडर्न इलेक्ट्रिक स्कूटर्स लेने का विकल्प

सरकार की तरफ से आने वाले वर्षो में इलेक्ट्रिक वाहनों को बनाने की प्रेरणा के बाद वाहन स्टार्टअप ने काफी तेज गति पकड़ ली है और इसकी बदौलत भारतीय सड़कों पर बेहतरीन और हाई टेक्नालॉजी से लैस ई-स्कूटर्स दिखाई पड़ रहे हैं। ईवी स्टार्टअप कंपनियां ग्राहकों की समस्या को समझते हुए उसपर काम कर रही हैं। आइये आपको बताते हैं ईवी को लेकर क्या कहती हैं इलेक्ट्रिक वाहन कंपनियां…

ईवी स्टार्टअप का बढ़ा दायरा

देश में पिछले कुछ वर्षो में इलेक्ट्रिक वाहन स्टार्टअप में नाटकीय रूप से इजाफा हुआ है और एथर एनर्जी,ओला इलेक्ट्रिक,ओकिनावा तथा बाउंस जैसे ब्रांड आधुनिक तरीके से अपने उत्पादों का विस्तार कर रहे हैं। इन स्टार्टअप के जरिए देश में नए दौर की प्रौद्योगिकी की शुरूआत हुई है और इन कं पनियों ने शोध एवं विकास में भी काफी निवेश किया है तथा ग्राहकों की उम्मीदों और उनकी पंसद को अधिक तबज्जो देनी शुरू कर दी है। इसके अलावा वाहन मालिकों की चिंताओं को भी महत्व दिया जाने लगा है कि असल में वे क्या चाहते हैं और किस तरह उनकी उम्मीदों पर खरा उतरा जाए।

एथर एनर्जी

एथर एनर्जी ने इस वर्ष अक्टूबर माह में वाहनों की बिक्री में अब तक की सबसे शानदार मासिक प्रगति दर्ज की है और पिछले वर्ष की तुलना में इसमें 12 गुना बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है तथा कंपनी 10 करोड़ अमेरिकी डालर आमदनी का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में अग्रसर है। कंपनी के सीईओ और सह संस्थापक तरूण मेहता ने आईएएनएस को बताया संचालन दक्षता और उत्पादन क्षमता में और बढ़ोत्तरी करने के लिए अगले पांच वर्षो में हम 650 करोड़ रुपए का निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके अलावा कंपनी ने अपने खुदरा कारोबार को बढ़ाने तथा मार्च 2023 तक 100 शहरों में 150 एंक्सपीरिएंस सेंटर को विस्तारित करन का लक्ष्य रखा है।

हाई टेक्नालॉजी वाहनों की मांग

देश में उपभोक्ताओं को ऐसे वाहनों की दरकार है जो आधुनिक टेक्नालॉजी युक्त हो तथा जिन्हें चलाने और रखरखाव में ज्यादा दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े। उभरते स्टार्टअप ने ग्राहकों की मांग को देखते हुए उनकी इच्छाओं के अनुरूप उत्पाद पेश करने में अथक मेहनत की है और इसके नतीजे दिखने भी शुरू हो गए हैं।

इलेक्ट्रिक स्कूटरों की बिक्री में वर्ष 2021 में तीन गुना बढ़ोत्तरी हुई है और इस वर्ष के पहले छह माह में 1.2 लाख से अधिक दो पहिया वाहनों की बिक्री हुई है और अगले तीन से चार वर्षो में बाजार में दो पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत होने का अनुमान है।

ओकिनावा ऑटोटेक का बयान

ओकिनावा ऑटोटेक के संस्थापक और सीईओ जीतेन्दर शर्मा ने कहा देश में इलेक्ट्रिक वाहनों का कारोबार अभी शुरूआती चरण में ही है लेकिन इतना तय है कि यह भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग को भविष्य होगा। हाल ही के महीनों में भारत में दो पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग काफी बढ़ रही है और वर्ष 2022 में इसमें नई ऊंचाइयों को छूने का अनुमान है। इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने की कड़ी चाहत और सरकार की तरफ से इनके लिए आधारभूत सुविधाओं में इजाफा करने से देश में इलेक्ट्रिक वाहना निर्माता काफी रूचि ले रहे हैं।

बाउंस का बयान

बाउंस के सह संस्थापक और सीईओ विवेकानंद हालीकेरे ने बताया यह तो मात्र शुरूआत है और हमें पूरा भरोसा है कि यह उद्योग जल्दी ही ईवी मोबिलिटी की तरफ बढ़ेगा जहां बाजार में ग्राहकों के पास और बेहतर विकल्प होंगे।

इंडिया एनर्जी स्टोरेज एलायंस का बयान

इंडिया एनर्जी स्टोरेज एलायंस(आईईएसए) के मुताबिक भारत के ईवी बाजार में वर्ष 2027 तक प्रतिवर्ष 63 लाख से अधिक ऐसे वाहनों की बिक्री का अनुमान है।

सरकार भी दे रही ईवी निर्माण को बढ़ावा

सरकार ने भी इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण को बढ़ावा देने और इन्हें अपनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण पहल की है। सरकार के ‘गो इलेक्ट्रिक’अभियान से इस क्षेत्र में नए अवसर सामने आए हैं और अनेक राज्यों ने आगे आकर इस दिशा में कई नीतियां बनाई है तथा लोगों को इस तरह के वाहनों को अपनाने की प्रेरणा दी है। इसी के चलते विभिन्न राज्य सरकारों ने पहले ही विशेष ईवी नीतियों की घोषणा कर दी थी और इनमें दिल्ली , गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात सरकारों ने इन वाहनों पर रियायत देने की घोषणा भी की है।

 

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