कोवैक्सीन कोरोना के खिलाफ छह महीने तक कारगर, एनआइआइ ने कहा- सभी वैरिएंट के खिलाफ देती है मजबूत प्रतिरक्षा
निष्क्रिय वायरस से तैयार कोवैक्सीन कोरोना वायरस के खिलाफ कम से कम छह महीने तक सुरक्षा प्रदान कर सकती है। यह कहना है नेशनल इंस्टीट्यूट आफ इम्यूनोलाजी (एनआइआइ) के प्रभारी निदेशक पुष्कर शर्मा का।
शर्मा रविवार को एनआइआइ की सोसायटी की वार्षिक आम सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोवैक्सीन की प्रतिरक्षात्मक प्रणाली कोरोना महामारी पैदा करने वाले वायरस सार्स-सीओवी-2 और उसके वैरिएंट आफ कंसर्न को याद रखती है और जब वायरस शरीर में प्रवेश करता है तो वह तुरंत सक्रिय होकर उसे खत्म कर देती है। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने आम सभा की अध्यक्षता की।
शर्मा ने बताया कि संकट के समय में कोरोना रोधी वैक्सीन पर शोध की दिशा में विशेष प्रयास किए गए। उन्होंने कहा कि निष्क्रिय वायरस वैक्सीन कोवैक्सीन सार्स-सीओवी-2 और उसके डेल्टा, अल्फा, बीटा और गामा वैरिएंट के खिलाफ मजबूत प्रतिरक्षा पैदा करती है जो कम से कम छह महीने तक बनी रहती है।
अब तक दुनियाभर के 96 देशों ने कोवैक्सीन को दी है मान्यता
दुनियाभर के अब तक 96 देशों ने भारत की कोवैक्सीन को मान्यता दी है। दुनिया भर के देश भारतीय कोविड टीकाकरण प्रमाण पत्र को मंजूरी दे रहे हैं। मान्यता देने वाले 96 देशों में कनाडा, बेल्जियम, जर्मनी, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, आयरलैंड, बांग्लादेश, नीदरलैंड, स्पेन, माली, अंगोला, घाना, सिएरा लियोन, हंगरी, नाइजीरिया, बेनिन, चाड, सर्बिया, पोलैंड, स्लोवाक गणराज्य शामिल हैं। इनके अलावा इस लिस्ट में गुयाना, एंटीगुआ और बारबुडा, मैक्सिको, निकारागुआ पनामा, कोस्टा रिका, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, उरुग्वे, पराग्वे, कोलंबिया, , डोमिनिका का राष्ट्रमंडल, लेबनान, अल सल्वाडोर, होंडुरास, डोमिनिकन गणराज्य, ग्वाटेमाला हैती, नेपाल, ईरान, राज्य फिलिस्तीन, सीरिया, ट्यूनीशिया दक्षिण सूडान, आस्ट्रेलिया, सूडान, मिस्र, मंगोलिया और फिलीपींस अन्य देश भी शामिल हैं।
धीमी पड़ी कोरोना की रफ्तार
देश में कोरोना वायरस की रफ्तार लगातार कम होती जा रही है। 287 दिन बाद संक्रमण के सबसे कम मामले सामने आए हैं। पिछले 24 घंटे में 8,865 मामले दर्ज किए गए हैं और इस दौरान 197 मरीजों की मृत्यु हुई है।