ड्रैगन और यूएस के बीच तनाव कम करने को मिलेंगे शी और बाइडन, जानें- कब, कहां और कैसे
अमेरिका और चीन आपसी तनाव को बातचीत के जरिए सुलझाने पर राजी हो गए है। दोनों ही देश इस बात पर भी राजी हुए हैं कि इस वर्ष के अंत तक दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच वर्चुअल सम्मेलन भी होगा। इसमें दोनों एक दूसरे से सीधी बात करेंगे और तनाव को कम करने की तरफ कदम आगे बढ़ाएंगे। इस बात की जानकारी अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दोनों तरफ के शीर्ष अधिकारियों की बातचीत के बाद दी है।
बातचीत का मकसद
इस बातचीत का मकसद दोनों देशों के बीच कम्यूनिकेशन को बेहतर करना था। दोनों देशों के शीर्ष अधिकारियों के बीच ये वार्ता ज्यूरिख के एक होटल के बंद कमरे में हुई थी। इसमें अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवान और चीन के शीर्ष राजनयिक यांग जीची ने हिस्सा लिया था। आपको बता दें कि इस वर्ष मार्च में अलास्का में हुई बैठक के बाद ये दोनों देशों के शीर्ष अधिकारियों की ये पहली बैठक थी।
अमेरिका ने उठाए ये मुद्दे
बैठक 9 सितंबर को राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से हुई फोन पर बातचीत के बाद संभव हुई है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि यांग के समक्ष सुलिवान ने दक्षिण चीन सागर का मुद्दा उठाया। इसके अलावा उन्होंने चीन के समक्ष हांगकांग, शिनजियांग में मानवाधिकारों के उल्लंघन और ताइवान के साथ तनातनी का भी मुद्दा उठाया। इन दोनों बीच चली करीब छह घंटे की इस वार्ता के बाद इसको काफी सफल बताया गया। अमेरिका ने कहा कि इस बार बातचीत टोन अलास्का में हुई बातचीत से काफी अलग थी।
सम्मेलन पर काम कर रहे अधिकारी
अमेरिकी अधिकारी ने बताया है कि इस बातचीत का नतीजा ये रहा कि दोनों ही देश वर्चुअल सम्मेलन के लिए राजी हो गए हैं। ये सम्मेलन इस वर्ष के अंत से पहले होगा। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जेन प्साकी ने बताया है कि फिलहाल इस सम्मेलन को लेकर काम किया जा रहा है। इससे अधिक की जानकारी फिलहाल नहीं दी जा सकती है। इससे पहले ये दोनों राष्ट्राध्यक्ष अक्टूबर में इटली में होने वाले जी-20 सम्मेलन में भी मिल सकते हैं। आपको बता दें कि चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग पिछले वर्ष जनवरी में कोरोना महामारी के बाद से देश के बाहर नहीं गए हैं।
बातचीत रही अच्छी
अमेरिकी अधिकारी का कहना है कि दोनों तरफ से हुई शीर्ष अधिकारियों की बातचीत काफी अच्छी रही है। उन्होंने इस बात की भी उम्मीद जताई है कि आगे भी अच्छा ही होगा। चहीं चीन की तरफ से इस बातचीत में शामिल हुए यांग ने माना कि दोनों के बीच उभरे तनाव से विश्व में दोनों देशों की छवि खराब हो रही है। अधिकारी का ये भी कहना था कि दोनों देश अब अपने रिश्तों को सामान्य बनाने की तरफ कदम आगे बढ़ा रहे हैं।