पीएलआइ योजना से कपड़ा उत्पादन का वैश्विक केंद्र बनना चाहता है भारत : मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि कपड़ा क्षेत्र के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआइ) योजना, कपड़ा क्षेत्र के साथ ही आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को मजबूती देगी और इसके जरिये भारत कपड़ा उत्पादन क्षेत्र के वैश्विक केंद्र के रूप में उभरना चाहता है। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पीएलआइ योजना को प्रधानमंत्री मोदी का दूरदर्शी फैसला करार दिया और कहा कि इससे वैश्विक बाजार में भारत का प्रभुत्व बढ़ेगा और देश में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को कपड़ा क्षेत्र के लिए 10,683 करोड़ रुपये की पीएलआइ योजना को मंजूरी दी। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘हमारा कपड़ा क्षेत्र अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाता है। इसे और गति देने और आत्मनिर्भर भारत बनाने के हमारे संकल्प को मजबूती प्रदान करने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कपड़ा क्षेत्र के लिए पीएलआइ योजना को मंजूरी दी।’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘पीएलआइ योजना महिला सशक्तीकरण को मजबूती देगी और आकांक्षी जिलों की प्रगति की गति बढ़ाएगी।’ एमएसपी में वृद्धि को लेकर प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘किसान भाइयों और बहनों के हित में एक और बड़ा फैसला लेते हुए सरकार ने रबी की सभी फसलों के लिए एमएसपी में वृद्धि को मंजूरी दी है। इससे अन्नदाताओं के लिए जहां अधिकतम लाभकारी मूल्य सुनिश्चित होगा, बल्कि फसलों की विभिन्न किस्मों को बोने का प्रोत्साहन भी मिलेगा।’
गृह मंत्री शाह ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि पिछले सात वर्षो में कपड़ा क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने कई सार्थक कदम उठाए हैं और उसी दिशा में एक और कदम आगे बढ़ाते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कपड़ा क्षेत्र के लिए 10,683 करोड़ रुपये की पीएलआइ योजना को मंजूरी दी है। इस दूरदर्शी निर्णय से वैश्विक कपड़ा बाजार में भारत का प्रभुत्व बढ़ेगा, साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 7.5 लाख रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे जिससे विशेषकर महिलाएं और सशक्त होंगी।’