हमें अपने सशस्त्र बलों पर पूरा भरोसा, भारत पर नहीं पड़ने देंगे किसी भी देश के राजनीतिक संकट का असर’,
अफगानिस्तान में जारी तनावपूर्ण स्थिति के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को कहा है कि भारत की सेना किसी भी अन्य देश के राजनीतिक संकट का असर भारत पर नहीं पड़ने देगी. उन्होंने कहा कि उन्हें अपने बलों पर हमें पूरा भरोसा है कि वे किसी अन्य देश की राजनीतिक उथल-पुथल का असर भारत पर नहीं होने देंगे.
बिरला ‘पंचायती राज संस्थाओं के सशक्तिकरण के लिए संसदीय आउटरीच कार्यक्रम’ के हिस्से के रूप में जम्मू और कश्मीर और लद्दाख की एक सप्ताह की लंबी यात्रा पर हैं. बिरला ने कहा कि वह पंचायती राज व्यवस्था और लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करने के लिए इस क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं.
‘भारत सभी देशों में पनप रही लोकतांत्रिक व्यवस्था का पक्षधर’
अफगानिस्तान में हाल के राजनीतिक संकट के बारे में पूछे जाने पर बिरला ने कहा कि भारत सभी देशों में पनप रही लोकतांत्रिक व्यवस्था का पक्षधर है. बिरला ने कहा, “हमें अपने सशस्त्र बलों पर पूरा भरोसा है कि वे किसी अन्य देश (अफगानिस्तान) में राजनीतिक उथल-पुथल से भारत को प्रभावित नहीं होने देंगे.”
वहीं LAC पर हालिया तनाव पर बिड़ला ने कहा, “भारत अपनी सीमाओं और लोगों की सुरक्षा करने में सक्षम है और देश विस्तारवाद और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ है.” उन्होंने आगे कहा कि कुछ देशों के विस्तारवादी दृष्टिकोण के कारण सीमा पर तनाव पैदा होता है. बिरला का पैंगांग झील और नुब्रा घाटी सहित लद्दाख क्षेत्र के दूर-दराज के इलाकों का दौरा करने का कार्यक्रम है. वह पहलगांव और श्रीनगर भी जाएंगे और इन सभी जगहों के पंचायत नेताओं से बातचीत करेंगे.
तालिबान को लेकर सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने भी दिया था बयान
वहीं अफगानिस्तान की स्थिति पर इससे पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का बयान भी सामने आया था. उन्होंने कहा, ये वही तालिबान है, केवल इसके साझेदार बदल गए हैं. हम तालिबान के कब्जे के बाद किसी भी आतंकी गतिविधि से निपटने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा, “हम उम्मीद कर रहे थे कि ये कुछ महीनों बाद हो सकता है लेकिन इसकी समयसीमा ने हमें चौंका दिया. ये वही तालिबान है जो 20 साल पहले था. हम इस बात से चिंतित थे कि अफगानिस्तान से आतंकवादी गतिविधि भारत में कैसे फैल सकती है और इस हद तक हमारी आकस्मिक योजना चल रही थी और हम इसके लिए तैयार हैं.