रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वदेशी मल्टी मोड ग्रेनेड को किया सेना के हवाले, कहा- पीपीपी का अच्छा उदाहरण
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि वो इस बात से काफी खुश हैं कि जिस प्राइवेट सेक्टर को ग्रेनेड बनाने का जिम्मा सौंपा गया था उसने महज पांच माह के अंदर ही बेहतरीन काम करके दिखाया है। उनके मुताबिक मार्च 2021 में इसको मंजूर किया गया था और महज पांच माह के अंदर ही इस सेक्टर ने एक लाख से अधिक मल्टी मोड ग्रेनेड का प्रोडेक्शन किया है।
उनके मुताबिक इसमें एक खुशी की बात ये भी है कि ये प्रोडेक्शन ऐसे समय में किया गया है जब देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर अपने चरम पर थी और इस दौरान देश का पूरा सिस्टम ही मानों रुक सा गया था। ऐसे समय में भी इस प्रोडेक्शन को मुकाम तक पहुंचाकर कर इस सेक्टर ने देश को मजबूत किया है।
रक्षा मंत्री ने ये भी कहा कि वो मानते हैं कि ये रक्षा क्षेत्र में पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप का बेहतरीन उदाहरण है। उन्होंने ये बातें नागपुर में एक समारोह के दौरान कही हैं। ये समारोह खासतौर पर प्राइवेट सेक्टर में बने ग्रेनेड को या यूं कहें कि स्वदेशी मल्टी मोड ग्रेनेड को सेना को सौंपने के लिए आयोजित किया गया था।
राजनाथ सिंह ने डिफेंस प्रोडेक्शन एंड एक्सपोर्ट प्रमोशन पालिसी 2020 को एक बड़ा कदम बताया है। उन्होंने कहा है कि वो इसको लेकर पूरी तरह से आशांवित हैं कि ये नीति के तहत देश का टर्नओवर 2025 तक एक लाख 75 हजार करोड़ रुपये तक हो जाएगा। इससे देश की सेना को जहां मजबूती मिलेगी वहीं अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।