वैक्सीन निर्यात और कोरोना से निपटने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को 175 से ज्यादा स्वास्थ्य विशेषज्ञों का पत्र
अमेरिका दुनिया का सबसे अधिक संक्रमित देश है। ऐसे में यहां पर संक्रमण की रफ्तार बच्चों में भी पहुंच गई है। अब ऐसे में राष्ट्रपति जो बाइडन के लिए कोरोना से निपटने के लिए चुनौतीपूर्ण समय है। ताजा खबर के मुताबिक, 175 से ज्यादा अमेरिकी सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों और कार्यकर्ताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से कोरोना के वैश्विक प्रसार से लड़ने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है। इन सभी लोगों ने व्हाइट हाउस को भेजे गए एक संयुक्त पत्र में कोरोना से निपटने के लिए सभी हरसंभव कदम उठाने को कहा है इसके साथ ही में देश में टीके की खुराक के तत्काल निर्यात को भी जोड़ा गया है।
बता दें कि अमेरिका में डेल्टा वेरिएटं का प्रकोप तेजी से फैला हुआ है। लैटिन अमेरिका और एशिया में संक्रमण दर में वृद्धि हुई है, जहां टीके कम से कम उपलब्ध हैं। ऐसे में इन अमेरिकी वैज्ञानिकों द्वारा लिखे गए पत्र में टीके निर्यात करने को भी कहा गया है। व्हाइट हाउस के अधिकारियों को भेज गए पत्र को बुधवार को वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में प्रकाशित किया गया था।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिका में वर्तमान में भंडारण में एमआरएनए (MRNA) टीकों की 55 मिलियन से अधिक खुराकें हैं, जबकि केवल प्रति दिन लगभग 9,00,000 लोगों को ही टीका लगाया जा रहा है। ऐसे में अमेरिकी क वैज्ञानिकों ने बताया कि इस दर पर वर्तमान में संग्रहीत वैक्सीन की खुराक को लगाने में कम से कम दो महीने से अधिक का समय लगेगा। इसके बावजूद एमआरएनए (MRNA) वैक्सीन निर्माता हर हफ्ते 17 मिलियन से अधिक नई खुराक पूरे अमेरिका के अधिकार क्षेत्र में पहुंचा रहे हैं।
उन्होंने लिखा कि अमेरिका में अपनी वैक्सीन खुराक का भंडार आकार में बना रहे। इसके लिए प्रशासन को वैक्सीन की खुराक का तत्काल निर्यात शुरू करना चाहिए। एक सप्ताह के भीतर कोवैक्स (COVAX) या अन्य अंतरराष्ट्रीय वितरण तंत्र के माध्यम से प्रति सप्ताह कम से कम 10 मिलियन खुराक की निर्यात शुरू करना होगा।