LIC चालू वित्त वर्ष के अंत तक हो जाएगी लिस्टेड, लाभांश के रूप में 500 अरब रुपये जुटाने की उम्मीद
सरकार को चालू वित्त वर्ष के अंत तक जीवन बीमा निगम (LIC) को लिस्टेड करने और राज्य द्वारा संचालित कंपनियों से लाभांश के रूप में 500 अरब रुपये (6.72 अरब डॉलर) जुटाने की उम्मीद है। वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव तुहिन कांता पांडे ने कहा कि सरकार को मार्च 2022 तक चलने वाले चालू वित्त वर्ष में राज्य के स्वामित्व वाली रिफाइनर भारत पेट्रोलियम कॉर्प लिमिटेड और एयर इंडिया को बेचने की उम्मीद है। LIC देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है और इसका पूर्ण स्वामित्व सरकार के पास है।
गौरतलब है कि बीपीसीएल की रणनीतिक बिक्री और एलआईसी की लिस्टिंग सरकार के विनिवेश लक्ष्य को हासिल करने के लिहाज से काफी अहम है। सरकार ने विनिवेश के पहले चरण में पांच कंपनियों की हिस्सेदारी बेचने का फैसला लिया था, जिनमें भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (बीपीसीएल), शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एससीआइ), टेहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (टीएचडीसीआइ), कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (कॉनकॉर्प) और नार्थ ईस्टर्न इलेक्टिक पावर कॉरपोरेशन (नीपको) शामिल हैं। इस फैसले के क्रियान्वयन से सरकार के खजाने में बड़ी वृद्धि होगी। सिर्फ बीपीसीएल से ही 56 हजार करोड़ की राशि हासिल हो सकती है।
मालूम हो कि टाटा ग्रुप ने सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के अधिग्रहण के लिए ड्यू डिलिजेंस की प्रक्रिया तेज कर दी है। टाटा ग्रुप की कंपनियों के अधिकारियों ने पिछले दिनों एयर इंडिया की विभिन्न साइट का निरीक्षण किया था। एयर इंडिया के लिए अंतिम बोली लगाने की अवधि सितंबर में खत्म हो रही है। एयर इंडिया ने टाटा ग्रुप और खुद के बीच बेहतर समन्वय के लिए विनिवेश इकाई का गठन किया है।