प्रधानमंत्री ने पी0एम0 स्ट्रीट वेण्डर्स आत्मनिर्भर निधि के अन्तर्गत उ0प्र0 के पी0एम0 स्वनिधि लाभार्थियों के साथ वर्चुअल संवाद किया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश की सरकार गरीबों के उत्थान के लिए लगातार काम कर रही है। आज गरीबों के लिए बनाई गई योजनाओं का लाभ उन्हें त्वरित गति से मिल रहा है। इन योजनाओं का लाभ लेने में आने वाली दिक्कतों को तकनीकी का प्रयोग कर खत्म किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार केन्द्रीय योजनाओं के साथ-साथ अपनी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू कर गरीबों को लाभ पहुंचाकर उनका जीवन सुगम बना रही है।
प्रधानमंत्री जी ने यह विचार आज पी0एम0 स्ट्रीट वेण्डर्स आत्मनिर्भर निधि (पी0एम0 स्वनिधि) योजना के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश के पी0एम0 स्वनिधि लाभार्थियों के साथ वर्चुअल संवाद के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों से बात करने पर पता चला कि आज बैंक खुद उनके पास पहुंचकर इस योजना का लाभ उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने गरीब रेहड़ी, ठेले वालों, पटरी दुकानदारों को ऋण के रूप में आर्थिक मदद पहुंचाने के लिए बैंकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस योजना को सफल बनाने के लिए बैंक कर्मियों ने बहुत मेहनत की है। आज का दिन आत्मनिर्भर भारत के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। यह दिन कठिन परिस्थितियों पर उत्तर प्रदेश के गरीब कैसे विजय प्राप्त करते हैं, इस बात को प्रदर्शित करता है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि कोरोना काल के दौरान रेहड़ी, ठेले वालों और पटरी दुकानदारों के ऊपर रोजगार का संकट आ गया था। सरकार इनकी आर्थिक दशा सुधारने और इन्हें फिर से रोजगार मुहैया कराने की दिशा में लगातार कार्य कर रही थी, जिसका प्रतिफल यह योजना है। कोरोना काल में गरीबों की सहायता के लिए
1.70 लाख करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना शुरू की गई। इसके अलावा 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष अर्थिक पैकेज को भी लागू किया गया। इस पैकेज के माध्यम से कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने तथा देश को आत्मनिर्भर बनाने में काफी मदद मिल रही है। इसके तहत गरीबों को रोजगार उपलब्ध कराने पर विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि स्वनिधि योजना के माध्यम से रेहड़ी, ठेले वालों और पटरी दुकानदारों को अपना रोजगार खड़ा करने में काफी मदद मिल रही है। आज यह योजना तेजी से लागू हो रही है। आजादी के बाद इस प्रकार की योजना पहली बार बनी और इसे तेजी से लागू किया जा रहा है। जिसके कारण गरीबों को रोजगार में काफी मदद मिल रही है। यह योजना गरीबों के श्रम का सम्मान है। आत्मनिर्भर भारत बनाने में गरीबों के योगदान को इसके माध्यम से पहचान मिल रही है। इसके तहत इस बात का ध्यान रखा गया है कि गरीबों को ऋण प्राप्ति में कोई दिक्कत न हो। ज्यादा से ज्यादा तकनीकी का इस्तेमाल करते हुए उन्हें लोन उपलब्ध कराया जा रहा है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को लाभ लेने के लिए किसी गारन्टर, कागजी कार्यवाही की आवश्यकता नहीं है। योजना में दलालों की कोई भूमिका सम्भव नहीं है। योजना का लाभ लेने वाले अपना आवेदन स्वयं अपलोड कर सकते हैं। लाभार्थियों को लोन लेने कहीं नहीं जाना पड़ेगा। बैंक स्वयं उनके खाते में लोन पहुंचाएगा। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में स्ट्रीट वेण्डर्स का बड़ा योगदान है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि रोजगार की तलाश में उत्तर प्रदेश से बड़े पैमाने पर पलायन को रोकने में स्ट्रीट वेण्डर्स की बड़ी भूमिका है। इस योजना के अन्तर्गत पूरे देश में अब तक 25 लाख आवेदन मिले हैं। उल्लेखनीय है कि इस योजना के अन्तर्गत पटरी दुकानदारों को 10,000 रुपये तक का सिक्योरिटी फ्री लोन उपलब्ध कराया जाता है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि इस योजना को लागू करने में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। इससे पता लगता है कि उत्तर प्रदेश सरकार पटरी दुकानदारों के रोजगार अवसरों के प्रति संवेदनशील है। देश का गरीब ईमानदारी और आत्मसम्मान से समझौता नहीं करता। इस योजना के तहत लाभ पाने वाले लोग दूसरों के लिए उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। आज रेहड़ी वाले लोन लेकर काम भी कर रहे हैं और लोन भी चुका रहे हैं। उन्होंने लाभार्थियों को ज्यादा से ज्यादा रेहड़ी वालों, पटरी दुकानदारों इत्यादि को इस योजना के बारे में जानकारी देने के लिए कहा।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि इस योजना के लाभार्थियों को ऋण के नियमित भुगतान पर 07 प्रतिशत की ब्याज सब्सिडी दी जा रही है। इसके अलावा, डिजिटल लेन-देन पर साल भर में 1,200 रुपये तक कैशबैक की भी सुविधा दी जा रही है। साथ ही, लाभार्थी द्वारा समय से भुगतान करने पर अगली बार उसे बड़ा लोन देने पर भी विचार किया जाएगा। यह योजना ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ का अनूठा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि आज जनधन खाते गरीबों के काम आ रहे हैं, वे अर्थव्यवस्था की मुख्य धारा से जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना से जंग में बड़े-बड़े देशों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन भारत कोरोना के खिलाफ अपनी जंग सफलता से लड़ रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज गरीबों को केन्द्र सरकार द्वारा लागू की गई उज्ज्वला योजना, सौभाग्य योजना, आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं का भरपूर लाभ मिल रहा है। सभी गरीबों, किसानों इत्यादि को आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा कि इन सभी को विकास का लाभ सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं रखी जाएगी। उन्होंने सभी देशवासियों को कोरोना के खिलाफ जंग में साथ देने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि अभी इसके खिलाफ पूरी सावधानी बरतनी होगी। ‘दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी’ को सदैव अमल में लाना होगा, त्योहार के समय में विशेष सावधानी बरतनी होगी।
इससे पूर्व, प्रधानमंत्री जी ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के लाभार्थियों से वर्चुअल संवाद किया, जिसमें आगरा की श्रीमती प्रीति, वाराणसी के श्री अरविन्द मौर्य तथा लखनऊ के श्री विजय बहादुर शामिल थे। संवाद के दौरान श्रीमती प्रीति ने बताया कि पहले वे ताजमहल के निकट फलों का ठेला लगाती थीं लेकिन लाॅकडाउन के चलते आमदनी बहुत कम हो गयी। अब उन्हें पी0एम0 स्वनिधि योजना के अन्तर्गत 10,000 रुपये की कार्यशील पूंजी उपलब्ध करायी गयी है, जिससे उन्होंने अपना व्यवसाय पुनः प्रारम्भ कर दिया है। अब प्रतिदिन 100 से 150 रुपये की आमदनी हो रही है। उन्हें उज्ज्वला योजना और प्रधानमंत्री जनधन योजना का भी लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 1,000 रुपये एवं राशन उपलब्ध कराया जाता रहा, जिससे उन्हें काफी मदद मिली है।
वाराणसी के श्री अरविन्द मौर्य ने प्रधानमंत्री जी को बताया कि लाॅकडाउन से पहले वे मोमोज बेचने का कार्य करते थे। लाॅकडाउन के कारण व्यवसाय पूरी तरह से बन्द हो गया। जमा पूंजी खर्च हो गयी। परन्तु अब पी0एम0 स्वनिधि के अन्तर्गत 10,000 रुपये का ऋण मिलने से उनका कार्य सुचारु रूप से चलने लगा है। लाॅकडाउन के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 1,000 रुपये एवं राशन उपलब्ध कराया जाता रहा, जिससे उन्हें काफी सहायता मिली। उन्हें आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री बीमा सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना तथा श्रम योगी मानधन योजना का भी लाभ मिल रहा है।
लखनऊ के श्री विजय बहादुर ने प्रधानमंत्री जी को अवगत कराया कि वे लाॅकडाउन से पहले ठेले पर लइया चना बेचने का काम करते थे। लाॅकडाउन में काम ठप हो गया और पूंजी समाप्त हो गयी थी। पी0एम0 स्वनिधि योजना के अन्तर्गत 10,000 रुपये का ऋण उपलब्ध कराया गया है, जिससे उनका कार्य फिर से प्रारम्भ हो गया है। अब उनकी दैनिक आय लगभग 250 रुपये है। उन्होंने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान प्रदेश सरकार द्वारा 1,000 रुपये की धनराशि एवं राशन किट उपलब्ध करायी गयी। उन्हें उज्ज्वला योजना तथा प्रधानमंत्री जनधन योजना का लाभ भी मिल रहा है।
वर्चुअल संवाद कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना काल के दौरान प्रधानमंत्री जी का प्रेरणादायक मार्गदर्शन पूरे देश को मिला, जिससे कोरोना को नियंत्रित करने में बहुत सफलता मिली। उत्तर प्रदेश में भी इसका असर देखने को मिल रहा है। प्रदेश की जनता की जान की रक्षा करने में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व से काफी मदद मिली।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पटरी व्यवसायियों के लिए पहली बार ऐसी योजना लागू की गयी है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत बड़ी संख्या में पटरी दुकानदारों इत्यादि को लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री जी द्वारा आज प्रदेश के 02 लाख 74 हजार पटरी दुकानदारों से सीधा संवाद किया जा रहा है। प्रदेश में अब तक 07 लाख से अधिक पटरी दुकानदारों ने इस योजना के तहत अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। अब तक 3.70 लाख से अधिक पटरी व्यवसायियों के ऋण स्वीकृत हुए हैं। इस योजना के तहत प्रदेश में अब तक 02 लाख 74 हजार पटरी विक्रेताओं को ऋण वितरित किया जा चुका है, जिसे शीघ्र बढ़ाकर 05 लाख पटरी दुकानदारों को ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
राज्य सरकार का प्रयास है कि इन सभी को इस योजना के तहत लाभान्वित किया जाए। प्रदेश का नगर विकास विभाग बैंकर्स के साथ मिलकर इस योजना को सफल बनाने के सारे प्रयास कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पटरी व्यवसायी समाज के अन्तिम के अन्तिम पायदान पर खड़ा हुआ वह व्यक्ति है, जिसकी मजबूरी हो जाती थी कि वह अपने व्यवसाय के लिए साहूकार से मंहगे दर पर लोन ले। इस योजना के अन्तर्गत ऋण स्वरूप उपलब्ध करायी जा रही 10,000 रुपये की यह पूंजी उसके लिए बहुत बड़ा सम्बल है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। पटरी व्यवसायियों के कल्याण के लिए पी0एम0 स्वनिधि योजना के माध्यम से सफलता मिल रही है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में पी0एम0 स्वनिधि योजना के अन्तर्गत ऋण वितरण की सुविधा का लाभ लेकर पटरी व्यवसायी पर्व व त्योहारों में एक नये उत्साह के साथ आगे बढ़ सकेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम में 10 लाख 14 हजार इकाइयों को 26 हजार 267 करोड़ 54 लाख रुपये का ऋण वितरित किया गया, जिससे 25 लाख से अधिक रोजगार का सृजन हुआ है। लाॅकडाउन के दौरान गरीबों/श्रमिकों की मदद के लिए विशेष भरण-पोषण भत्ते के साथ-साथ खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी, जिससे उन्हें काफी मदद मिली। इस योजना से 54 लाख से अधिक निर्माण श्रमिक, पटरी व्यवसायी और प्रवासी श्रमिकों को भी जोड़कर उन्हें लाभान्वित किया गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में कोरोना से जंग में काफी सफलता मिली।
वर्चुअल संवाद के कार्यक्रम के दौरान नगर विकास मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, नगर विकास राज्य मंत्री श्री महेश चन्द्र गुप्ता, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एम0एस0एम0ई0 श्री नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, प्रमुख सचिव नगर विकास श्री दीपक कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।