उप्र प्राथमिक शिक्षक कार्यसमिति की बैठक में समस्याओं के समाधान पर हुई चर्चा
(सिद्धार्थनगर)। उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ जिला कार्यसमिति व ब्लॉक अध्यक्ष, मंत्री की बैठक में सदस्यता अभियान सहित शिक्षकों से जुड़ी समस्याओं के समाधान पर चर्चा की गई।
नगर स्थित एक होटल में बुधवार को हुई बैठक में प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष राधेरमण त्रिपाठी नै कहा क़ि शिक्षकों की समस्याओं को लेकर प्रदेश नेतृत्व गंभीर है और कोरोना काल में सोशल मीडिया के माध्यम से संघर्ष करके पंचायत चुनाव में कोरोना से शहीद शिक्षकों से संबंधित मांगों को पूरा कराने की दिशा में सफलता प्राप्त किया। संविलयन खत्म करने, पदोन्नति, आकांक्षी जनपदों से भी अंतर्जनपदीय स्थानांतरण करने, जिले के अंदर ऐच्छिक स्थानांतरण करने, उप्र शिक्षक सेवक अधिकरण विधेयक को लागू न करने, राज्य कर्मचारी की भांति कैशलेस चिकित्सा सुविधा व द्वितीय शनिवार क़ा अवकाश देने, परिवार कल्याण भत्ता बहाल करने सहित विद्यालय के एक छत के नीचे कार्य करने वाले सभी शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों व रसोइयों से जुड़ी कई मांगों को लेकर शीघ्र संघर्ष शुरू करने की रणनीति प्रदेश स्तर पर तैयार हो रही है। सरकार को शिक्षकों से जुड़ी हर जायज मांग को मानना पड़ेगा। मांडलिक मंत्री योगेंद्र पांडेय ऩे कहा कि प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर 14 जुलाई को सभी ब्लॉक इकाई की बैठक होनी है जिसमें जनपदीय पर्यवेक्षक भी तैनात होंगे। सभी पदाधिकारियों सहित सभी शिक्षकों को ट्विटर जैसे सोशल प्लेटफार्म पर सक्रिय होना होगा। शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिए पदाधिकारियों को सक्रिय व समर्पित होकर प्रदेश नेतृत्व के संघर्ष अभियान को मजबूती प्रदान करना होगा। अंत में कोरोना से मृत शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों को दो मिनट मौन रहकर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। बैठक में रामप्रकाश मिश्र,गयानंद मिश्र,नसीम अहमद, सुधेंदुधर द्विवेदी, शैलेंद्र मिश्र,अभय श्रीवास्तव, लालजी यादव, करुणेश मौर्य, सुधाकर मिश्र, इंद्रसेन सिंह, कृपाशंकर, दिनेश दूबे, जावेद अहमद, अरुण सिंह, राजकिशोर, केसी पांडेय, आशुतोष त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।