लीजेंडरी एक्टर के निधन पर बोले अमिताभ बच्चन- जब भी सिनेमा का इतिहास लिखा जाएगा
भारतीय सिनेमा के लीजेंडरी एक्टर दिलीप कुमार के निधन से देश सदमे में है। दिलीप साहब का जाना फ़िल्म इंडस्ट्री के लिए एक झकझोरने वाली घटना है। 98 साल की उम्र में दिलीप कुमार का निधन बेचैन करने वाला है। सोशल मीडिया के ज़रिए सिनेमा के इस विशाल व्यक्तित्व को श्रद्धांजलि देने का सिलसिला जारी है। हिंदी सिनेमा के एक और दिग्गज कलाकार अमिताभ बच्चन ने दिलीप साहब को श्रद्धासुमन अर्पित किये हैं। अमिताभ के दुख का अंदाज़ा लगाना आसान नहीं होगा।
अमिताभ ने अपने ट्वीट में लिखा- एक संस्थान चला गया। हिंदी सिनेमा का इतिहास जब कभी लिखा जएगा, यह हमेशा दिलीप कुमार से पहले और दिलीप कुमार के बाद कहलाएगा। उनकी आत्मा की शांति और परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति देने के लिए दुआएं। बहुत दुखी हूं। दूसरे ट्वीट में अमिताभ ने लिखा- एक युग पर पर्दा गिर गया। दोबारा कभी ना होने के लिए।
दिलीप कुमार के साथ अमिताभ बच्चन ने एक ही फ़िल्म में अभिनय किया था और इन दोनों महारथियों को साथ में लाने का करिश्मा शोले जैसी कालजयी फ़िल्म देने वाले निर्देशक रमेश सिप्पी ने किया था। 1982 में रिलीज़ हुई शक्ति में अमिताभ और दिलीप आमने-सामने आये थे। फ़िल्म में दिलीप कुमार ने एक उसूल वाले और ईमानदार पुलिस ऑफ़िसर का किरदार निभाया था, जिसे उसका अपना बेटा ही नहीं समझ पाता। बेटे के किरदार में अमिताभ बच्चन थे। अमिताभ गैंगस्टर के रोल में थे। यह फ़िल्म हिंदी सिनेमा की आइकॉनिक फ़िल्मों में शामिल है। हिंदी सिनेमा के एक और दिग्गज एक्टर अनिल कपूर ने इस फ़िल्म से अभिनय की दुनिया में क़दम रखा था।
उन्होंने अमिताभ बच्चन के बेटे का किरदार निभाया था। हालांकि, कहानी ऐसी थी कि बिग बी के साथ अनिल ने स्क्रीन स्पेस शेयर नहीं किया था। उनके दृश्य दिलीप साहब के साथ थे। फ़िल्म में राखी ने अमिताभ की मां और स्मिता पाटिल ने पत्नी का किरदार निभाया था। इस फ़िल्म के लिए दिलीप कुमार और अमिताभ बच्चन दोनों बेस्ट एक्टर के लिए नॉमिनेट हुए थे, मगर फ़िल्मफेयर अवॉर्ड दिलीप कुमार ने जीता।