लखनऊ में रात भर पुलिस और दमकल की टीम तालाब में चलाती रही रेस्क्यू ऑपरेशन, बगल के प्लाट में सोता मिला किशोर
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी में गुरुवार को एक अजीबो गरीब वाक्या सामने आया है। गुडंबा क्षेत्र के नेवाजपुर गांव में बुधवार रात किशोर (14) के तालाब में गिरने की सूचना पर पुलिस और दमकल पहुंची। दोनों टीमें जेसीबी से रात भर बच्चे की खोजबीन करने में लगी रहीं। वह सुबह तालाब के दूसरी ओर एक खाली प्लाट में सोता मिला। यह सूचना मिलते ही टीम ने रेस्क्यू बंद किया। नेवाजपुर गांव के तालाब में बुधवार रात बच्चा गिर गया था। ग्रामीणों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। इंस्पेक्टर गुडंबा फरीद अहमद ने आनन-फानन गोताखोरों और दमकल विभाग को बुलाया। दोनों टीमें देर रात तक तालाब में रामजीवन की खोजबीन करने लगीं। इंस्पेक्टर ने बताया कि तालाब में जलकुंभी बहुत थी। इस लिए रामजीवन का कुछ पता न चला। जेसीबी से जलकुंभी हटवाई जा रही थी। देर रात तक बच्चे का कुछ पता न चला। परिवारीजनों ने बताया कि देर शाम को रामजीवन घर से घूमने के लिए निकला था उसके बाद घर नहीं लौटा। तालाब के बाहर उसकी चप्पलें पड़ी मिलीं। टीमें रात भर रेस्क्यू करती रहीं। इस बीच गुरुवार सुबह तालाब के दूसरी ओर एक खाली पड़े प्लाट से बच्चे को निकलते देखा गया। लोगों ने यह देखकर पुलिस को सूचना दी। इसके बाद टीम ने रेस्क्यू बंद किया।
नशे में होने और डर के कारण सो गया था प्लाट में: इंस्पेक्टर गुडंबा ने बताया कि बच्चा नशा भी करता था। वह नशे में था और तालाब में गिर गया था। सूचना पर पुलिस टीम और इंदिरानगर से फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया। बच्चा तालाब से निकलकर दूसरी ओर एक खाली पड़े तालाब में चला गया। वहां कपड़े उतारे और बैठ गया। इस बीच पुलिस और लोगों को तालाब में खोजबीन करते देखा तो वह डर गया। रात में उसे नींद आ गई और वह सो गया। सुबह उठकर बाहर आ रहा था, तभी लोगों ने उसे देखा और पकड़ लिया। इंस्पेक्टर ने बताया कि बच्चे को परिवारीजनों के सिपुर्द कर दिया गया है।