बिहार-उत्तराखंड जैसे छोटे राज्य दे रहे ‘बड़ी टेंशन’, कोरोना से होने वाली मौतेें बना रही रिकॉर्ड
भारत में कोरोनो वायरस (कोविड -19) के मामलों में पिछले एक महीने में तेजी दर्ज की गई। अप्रैल की शुरुआत में लगभग 72,000 मामलों की रिपोर्टिंग से लेकर मई में लगातार चार दिनों तक 400,000 से अधिक संक्रमणों की रिपोर्टिंग तक, रोजोना सामने आने वाले मामलों में पांच गुना से अधिक वृद्धि हुई है। महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे राज्यों में सबसे ज्यादा एक्टिव मामले सामने आए हैं। अब उत्तराखंड, हरियाणा, पश्चिम बंगाल और बिहार जैसे छोटे राज्य भी इस कतार में हैं।
राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों ने पिछले 40 दिनों में कोविड -19 से संबंधित मौतों में भारी वृद्धि दर्ज की है। राष्ट्रीय राजधानी, जो पिछले महीने तक लगभग 20 दैनिक मौतों की रिपोर्ट करती थी, ने एक दिन में 400 से अधिक मौतों का अपना सर्वोच्च दर्ज किया। कर्नाटक में भी कोरोना से मरने वाले मरीजों की संख्या 400 के पार गई। दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 200 से 300 से अधिक लोग वायरल बीमारी के शिकार हैं।
आपको बता दें कि देश के 10 से अधिक राज्यों में 73% से अधिक मृत्यु हुए हैं। उत्तराखंड, हरियाणा और बिहार जैसे राज्य भी शीर्ष 10 में शामिल हैं। उत्तराखंड, जो अप्रैल तक दोहरे अंकों में मौत की सूचना दे रहा था, यहां10 मई को कोविड -19 से 180 मौतें हुईं। हरियाणा में भी संक्रमण का स्तर देखा गया। देश में एक प्रमुख कोविड -19 हॉटस्पॉट, हरियाणा के गुरुग्राम में 10 मई को एक ही दिन में 150 से अधिक मौतें हुईं।
वर्तमान में पश्चिम बंगाल, हरियाणा और बिहार 13 राज्यों में से हैं, जिनमें 100,000 से अधिक सक्रिय कोविड -19 मामले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि महाराष्ट्र में 600,000 से अधिक मामलों के साथ 10 मई तक देश का सबसे अधिक सक्रिय मामले हैं। पश्चिम बंगाल में 126,027, हरियाणा में 116,000 से अधिक और बिहार में लगभग 111,000 सक्रिय मामले हैं।