जिले भर में 2381 टीम ने गांव में शुरू किया गृह भ्रमण
सिद्धार्थनगर । कोविड पाजिटिव की तलाश में स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को घर-घर दस्तक अभियान का शुभारंभ किया है। इस अभियान में आशा कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर कोविड के संभावित मरीजों की लाइन लिस्टिंग करनी शुरू कर दी है। भ्रमण के दौरान कोरोना के सेकेंड वेब के लक्षण बताते हुए सतर्क रहने की अपील की। पांच दिनों तक चलने वाले अभियान में 2381 टीम लगाकर गृह भ्रमण कराया जा रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 के प्रसार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीण क्षेत्र की जनता को दवा व उपचार सुलभ कराने का निर्णय लिया है ताकि बीमारी की चेन टूटे। स्वास्थ्य विभाग आशा कार्यकर्ताओं के साथ दो सदस्यीय टीम गठित कर कोविड के संभावित मरीजों के संपर्क में रहने वाले लोगों व पॉजिटिव के परिजनों को कोरोना के लक्षण बताकर सतर्कता बरतने की अपील करवा रहा है। शोहरतगढ़ क्षेत्र के गनेशपुर की आशा कार्यकत्री संगीता देवी ने बताया कि भ्रमण के दौरान लोगों कोकोविड के लक्षण जुकाम, खांसी की समस्या, सूखी खांसी, सूंघने व टेस्ट में दिक्कत व चक्कते पड़ने वालों की सूची तैयार कर रही हैं। साथ ही लोगों को ऐसे लक्षण दिखने पर तत्काल कोविड जांच कराने के लिए भी कहा जा रहा है। इसके अलावा घरों से कम से कम निकलने का अनुरोध कर रही हैं। डीसीपीएम मानबहादुर ने बताया कि कोरोना का सेकेंड वेब अपेक्षाकृत खतरनाक है। इससे सतर्कता से ही निपटा जा सकता है। आशा कार्यकर्ताओं के साथ दो-दो की टीम गृह भ्रमण कर लाइन लिस्टिंग कर रही हैं। सूची तैयार हो जाने के बाद टीम भी लोगों के घरों का भ्रमण कर चेन तोड़ने के लिए सैंपलिंग करेगी। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. सौरभ चतुर्वेदी ने बताया कि पांच दिनों तक चलने वाला अभियान पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर शुरू किया गया है। जिन गांव में आशा नहीं है वहां बगल के गांव की आशा, आंगबनाड़ी, अध्यापक, निगरानी समिति के सदस्य को टीम में रखकर चेन तोड़ने का कार्य हो रहा है।