प्रदेश में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा व सम्मान एवं स्वालम्बन के लिये दिनांक 17 अक्टूबर, 2020 से चलाये जा रहे
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा व सम्मान एवं स्वालम्बन के लिये दिनांक 17 अक्टूबर, 2020 से चलाये जा रहे विशेष जागरूकता अभियान के सफल संचालन हेतु विस्तृत दिशा-निर्देश निर्गत किये गये हैं।
उक्त जानकारी देते हुये मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने बताया कि महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा व सम्मान एवं स्वालम्बन के लिये चलाये जा रहे विशेष जागरूकता अभियान के अंतर्गत विभिन्न विभागों को अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा एवं स्वावलम्बन के लिये चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत जनपदों में विशेष कार्यक्रम संचालित करने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि इस अभियान के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाये कि सरकार अधिक से अधिक महिलाओं तक पहुंच सके तथा उन्हें उनकी सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के बारे में चलायी जा रही विभिन्न सरकारी योजनाओं की पूरी जानकारी दी जा सके। इस अभियान के अंतर्गत जहां-जहां लाभार्थियों का चयन कर उन्हें लाभ प्रदान किये जाने हैं, ऐसे लाभार्थियों का चयन कर उन्हें लाभान्वित किया जाये।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद के विकास भवन कार्यालय तथा तहसील, विकास खण्ड कार्यालयों में एक महिला हेल्प डेस्क स्थापित की जाये। इस डेस्क पर शासन की महिलाओं/बालिकाओं सम्बन्धी समस्त कार्यक्रमों की जानकारी उपलब्ध करायी जाये तथा एक रजिस्टर रखा जाये, जिसमें महिलाओं/बालिकाओं से सम्बन्धित कार्यक्रमों का लाभ उठाने की इच्छुक महिलाओं/बालिकाओं का विवरण दर्ज किया जाये तथा उन्हें विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने हेतु फार्म इत्यादि भरवाकर सम्बन्धित विभाग को भेजा जाये तथा विवरण कम्प्यूटराइज्ड कराकर अनुश्रवण किया जाये।
उन्होंने बताया कि प्रदेश स्तर पर इस कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु उनकी अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई है। इस समिति में सम्बन्धित समस्त विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव सदस्य रहेंगे तथा कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग संयोजक एवं अपर मुख्य सचिव महिला एवं बाल कल्याण विभाग सह-संयोजक होंगे। उन्होंने कहा कि अपर मुख्य सचिव सूचना विभाग द्वारा जनपद व प्रदेश स्तर पर होने वाले प्रत्येक कार्यक्रमों का समाचार पत्रों से समन्वय करके समुचित प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराया जायेगा।
इसके अतिरिक्त प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय संचालन समिति बनायी जाये, जिसमें सभी सम्बन्धित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी को सदस्य के रूप में शामिल किया जाये। मण्डलायुक्त प्रत्येक जनपद की पाक्षिक समीक्षा करते रहें तथा जनपदों में समुचित पर्यवेक्षणीय नेतृत्व प्रदान करें। इस समिति में स्थानीय मीडिया के प्रतिनिधियों को सूचना विभाग की सहमति से नामित किया जाये। इस अभियान को सफल बनाने के लिये जिलाधिकारी एवं जनपदीय वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अपने स्तर से सभी विभागों के साथ समन्वय करके कार्यक्रम का पाक्षिक विवरण अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग एवं अपर मुख्य सचिव सूचना विभाग को प्रस्तुत किया जाये।
उक्त दिशा-निर्देश सम्बन्धित विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, पुलिस महानिदेशक, समस्त जिलाधिकारी (जनपद बुलन्दशहर, देवरिया, कानपुर नगर, उन्नाव, जौनपुर, फिरोजाबाद को छोड़कर), जनपदीय पुलिस अधिकारीगण आदि को निर्गत किये गये हैं।