डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट पर बैन ‘खतरनाक मिसाल’, ट्विटर सीईओ जैक डोर्सी ने तोड़ी चुप्पी
माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर के प्रमुख जैक डोर्सी का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट पर स्थायी प्रतिबंध लगाने का फैसला एक ‘खतरनाक मिसाल’ है। यह एक माइक्रोब्लॉगिंग साइट की विफलता है, लेकिन मजबूरन हमें यह फैसला लेना पड़ा है। ट्रंप के अकाउंट पर स्थायी प्रतिबंध के फैसले का बचाव करते हुए जैक डोर्सी ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से यह निर्णय बेहद सोच-समझ के बाद लिया गया है। बता दें कि इंस्टाग्राम, फेसबुक और ट्विटर के बाद Snapchat ने भी ट्रंप के अकाउंट को स्थायी रूप से बंद कर दिया है।
ट्विटर प्रमुख ने कहा, ‘मुझे यह स्वीकार करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को प्रतिबंधित करने पर हमें कोई गर्व नहीं है, क्योंकि यह स्वस्थ कंटेंट को बढ़ावा देने में माइक्रोब्लॉगिंग साइट की विफलता है। हालांकि, हमें चेतावनी देने के बाद यह कदम उठाया है। एक देश की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए यह फैसला किया गया है। कई लोग हमारे इस फैसले से खुश नहीं हैं। वे इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बता रहे हैं। हालांकि, मुझे पूरा यकीन है कि मौजूदा हालात के लिए यह एकदम सही निर्णय है।’
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप कई बार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आपत्तिजनक और भड़काऊ कमेंट कर चुके हैं। ट्विटर ने उनके कई पोस्ट को समय-समय पर हटाया भी है। यूएस कैपिटल में हुई भीषण हिंसा से पहले भी ट्रंप ने कुछ आपत्तिजनक ट्वीट किए थे, जिन्हें कुछ समय बाद ही कंपनी ने हटा दिया। यूएस कैपिटल हिंसा के दिन ही ट्रंप के अकाउंट को 12 घंटे के लिए बंद कर दिया था फिर 24 घंटों के लिए प्रतिबंध लगाया गया। इसके साथ ही चेतावनी दी थी कि अगर ट्रंप उकसाने वाले ट्वीट करना बंद नहीं करते हैं, तो उनका अकाउंट हमेशा के लिए बंद कर दिया जाएगा। हालांकि, इसके बाद सुरक्षा के मद्देनजर अकाउंट पर स्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है।