मुंबई में बैंक खाता हैक कर निकालेे थे एक करोड़ रुपये, अब अमरोहा में चला रहे थे गैंग, पुलिस ने दो को पकड़ा
एसओजी टीम व डिडौली पुलिस ने आठ साल से फरार चल रहे हैकर को उसके साथी संग गिफ्तार कर लिया है। उसने मुंबई में बैंक खाता हैक कर एक करोड़ रुपये निकाले थे। इस समय आरोपित गांवों में महिलाओं को सरकारी योजनाओं का झांसा देकर उनके खाते से पैसे निकालने का काम कर रहे थे। रिपोर्ट दर्ज कर आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।
एसपी सुनीति को अमरोहा जिले के डिडौली कोतवाली क्षेत्र के गांव औरंगाबाद निवासी राजेंद्र सिंह की पत्नी सोमवती ने शिकायती पत्र दिया था कि दो युवक उसके घर आए थे। सरकारी योजना का लाभ दिलाने का झांसा देकर आधार कार्ड व बैंक खाते की पासबुक मांगी थी। बाद में बायोमैट्रिक मशीन पर अंगूठा लगवाया था। इसके बाद खाते से 10 हजार रुपये निकाल लिए थे। इस मामले में एसपी ने डिडौली कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। गैंग की धरपकड़ के लिए डिडौली पुलिस के साथ ही एसओजी प्रभारी मोहित चौधरी व सर्विलांस प्रभारी संजय तोमर को भी लगाया था। संयुक्त आपरेशन में गुरुवार को डिडौली प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार, स्वाट टीम प्रभारी मोहित चौधरी, सर्विलांस प्रभारी संजय तोमर, सिपाही मनीष सिरोही व योगेश ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान उन्होंने अपना नाम विजेंद्र सिंह निवासी मौजमपुर जैतरा थाना धामपुर जनपद बिजनौर तथा युवराज निवासी गांव हिशामपुर थाना नौगावां सादात जनपद अमरोहा बताया। दोनों के कब्जे से बायोमैट्रिक मशीन, दो मोबाइल भी बरामद कर लिए। पूछताछ के दौरान बताया कि वह गांवों में जाकर महिलाओं को सरकारी योजना का लाभ देने का झांसा देकर उनका अंगूठा लगवा कर खातों से पैसे निकालते थे। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि दोनों आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेज दिया है। आरोपित युवराज ने वर्ष 2012 में अपने साथियों के साथ मिलकर यस बैंक में संचालित एक कंपनी का खाता हैक कर एक करोड़ रुपये निकाल लिए थे। उसके खिलाफ मुंबई में रिपोर्ट दर्ज है।