8 साल की बच्ची से रेप को लेकर MP में बवाल
भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से चौंकाने वाली खबर है. आरोप है कि यहां एक निजी स्कूल के हॉस्टल में 8 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ. बच्ची की मां ने इस बात का खुलासा किया और आरोप लगाया है. पुलिस ने मां की शिकायत पर दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया है. बताया जा रहा है कि मां ने पुलिस को कुछ आरोपियो के नाम भी बताए हैं. लेकिन, पुलिस का कहना है कि फिलहाल आरोपियों का पता नहीं चला है. दूसरी ओर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस मामले में एसआईटी (Special Investigation Team) गठित करके जांच के आदेश दिए हैं.
मिसरोद के एसीपी रजनीश कश्यप की अध्यक्षता में एसआईटी काम करेगी. थाना प्रभारी मिसरोद और मिसरोद एसआई श्वेता शर्मा एसआईटी के सदस्य होंगे. भोपाल के हाईप्रोफाइल स्कूल ज्ञानगंगा में बच्ची के साथ कथित बलात्कार को लेकर मिसरोद थाना प्रभारी मनीष राज सिंह ने कहा है कि इस मामले में गेटनोलॉजी मेडिकल टेस्ट कराया जाएगा. इस मेडिकल के बाद ही रेप की पुष्टि होगी. मासूम बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट अभी नहीं आई है. मेडिकल से जुड़े विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है. मामले में 164 का बयान आज दर्ज किया जाएगा. इस मामले में स्कूल से जब्त सीसीटीवी की भी जांच की जाएगी. तीन-चार दिन का पूरा सीडीआर है. उसे एक-एक मिनट देखा जा रहा है.
सबूत जुटाने के बाद होगी गिरफ्तारी- थाना प्रभारी सिंह
उन्होंने कहा कि अभी किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. सबूत जुटाने के बाद ही आरोपियों की गिरफ्तारी होगी. सिंह ने कहा कि बच्ची की मां ने गंभीर आरोप लगाए थे. उनके आरोप के आधार पर एफआईआर दर्ज की थी. यह घटना एफआईआर करवाने से 5 दिन पहले की बताई जा रही है. मामले में तीन अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. जांच के बाद नामजद एफआईआर दर्ज की जाएगी.
कब जागेगी बीजेपी सरकार- जीतू पटवारी
इस मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि अभी 10 साल की बच्ची के साथ भाजपा नेताओं ने झाबुआ के जोबट में रेप किया. मैं उसके परिवार से मिलकर आया. मुझ पर आपकी सरकार ने एफआईआर कर दी कि मैं क्यों मिलकर आया. भोपाल में 8 साल की बच्ची के साथ रेप हुआ है. क्या आप जागोगे. प्रदेशवासियों देखो जिन बेटियों के साथ रेप होता है उनके परिवार वालों से मिलने पर यह एफआईआर करते हैं. यह अहंकार की पराकाष्ठा नहीं है तो क्या है. जिसके साथ अत्याचार हुआ है उससे मिलने भी नहीं देंगे और अत्याचार करने वालों को बचाएंगे. यह व्यवहार सरकार का है.