यूपी के बिजली मीटर घोटाला पर बरसीं प्रियंका गांधी, बोलीं- किसानों का बिल माफ करे सरकार



उत्तर प्रदेश में तेज गति से भाग रहे बिजली के मीटर के घोटाले को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश सरकार को टारगेट पर रखा है। सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए प्रियंका गांधी ने कहा उत्तर प्रदेश तो मीटरों के लिए प्रयोगशाला बन गया है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बिजली के मीटर कई गुना तेजी से भाग रहे हैं। इसी कारण यूपी में बिजली बिल और मीटर का मामला तूल पकड़ रहा है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव तथा उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश बिजली मीटरों के लिए प्रयोगशाला बन गया है। उन्होंने प्रदेश सरकार की जनता को तत्काल बिजली बिलों में राहत देने और किसानों को आधी दर पर बिजली देने की मांग की है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बिजली के बढ़ते बिलों और बिजली मीटरों का आतंक व्याप्त है। पिछले कुछ वर्षों में बिजली दरों में व्यापक बढ़ोतरी हुई है। बीते आठ वर्ष में ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं की दरों में 500 फीसदी, शहरी घरेलू बिजली की दरों में 84 फीसदी और किसानों को मिलने वाली बिजली की दरों में 126 फीसदी की वृद्धि हुई है। पूरे प्रदेश में बिजली के बढ़ते रेट से हाहाकार मचा हुआ है।
इसके साथ ही बिजली के मीटर कई गुना तेज चलते पाए गए हैं। जिन घरों में ताले लगे हुए हैं, बिजली की कोई खपत नहीं हुई है, उन घरों में भी सात-हजार रुपये तक का बिल आ रहा है। प्रदेश के कई जिलों में तो यह भी देखा गया कि बिना बिजली के मीटर लगे ही बिल आ गए। उन्होंने कहा कि जनता महंगाई की मार से त्रस्त है। छोटे कारोबारियों का व्यापार चौपट हो गया है। किसानों की फसलों की खरीद नहीं हो रही है। यहां पर बाढ़, ओला और प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में उनकी कोई मदद नहीं होती। फसल बीमा योजना बड़ी कंपनियों की कमाई का साधन बनकर रह गई है।
प्रियंका ने कहा कि इस महामारी में होना तो यह चाहिए कि बिजली बिलों की दरों में बड़े पैमाने पर कमी कर जनता को राहत दी जाती। प्रियंका ने किसानों के बिलों में माफी की मांग भी की है। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश में बुनकरों-दस्तकारों, छोटे लघु उद्योगों को बिजली बिल भुगतान में रियायत दिए जाने की भी मांग की। प्रियंका गांधी ने सरकार के सामने अपनी तीन मांगें भी रखी हैं। उन्होंने किसानों को मिल रही बिजली का रेट तत्काल प्रभाव से आधा किये जाने, बिजली मीटर घोटाले का सच सामने लाने, और बुनकरों-दस्तकारों, छोटे लघु उद्योगों को बिजली भुगतान में रियायत दिये जाने की मांग की।