जोकोविच का थम गया विजय अभियान, यूएस ओपन से हुए बाहर
न्यूयार्क। नोवाक जोकोविच को रविवार को यहां अपने चौथे दौर के मैच के दौरान ‘लाइन जज’ के गले पर गलती से टेनिस बॉल मारने के कारण यूएस ओपन टेनिस टूर्नामेंट से बाहर कर दिया गया जिससे उनका 29 मैचों से चला आ रहा विजय अभियान थम गया और उनका 18वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने का सपना भी टूट गया।
आर्थर ऐस स्टेडियम में चल रहे मैच में विश्व के नंबर एक खिलाड़ी और खिताब के प्रबल दावेदार जोकोविच उस समय पाब्लो कारेनो बस्टा से पहले सेट में 6-5 से पीछे चल रहे थे जब उन्होंने गुस्से में बेसलाइन से अपने पीछे गेंद मारी। गेंद सीधे महिला लाइन जज के गर्दन पर लगी जो उस समय घुटने मोड़कर खड़ी थी।
इसके बाद नेट के करीब चेयर अंपायर ऑरिली टूरटे, टूर्नामेंट रेफरी सोरेन फ्रीमेल और ग्रैंडस्लैम पर्यवेक्षक आंद्रियास इगली के बीच 10 मिनट तक चली चर्चा के दौरान जोकोविच को माफी मांगते हुए देखा गया लेकिन आखिर में वह कारेनो बस्टा से हाथ मिलाने के लिये चले गये। टूरटे ने इसके बाद घोषणा की कि जोकोविच ने गलती की है और इसलिए उन्हें निष्कासित कर दिया गया।
कारेनो बस्टा ने बाद संवाददाताओं से कहा, मैं थोड़ा हैरान था। जोकोविच ने मीडिया से बात नहीं की। कारेनो बस्टा से पूछा गया कि क्या जोकोविच को खेल जारी रखने की अनुमति दी जानी चाहिए थी, उन्होंने कहा, नियम तो नियम हैं। रेफरी और पर्यवेक्षक ने सही फैसला किया लेकिन यह आसान नहीं था।
अमेरिकी टेनिस संघ (यूएसटीए) ने हालांकि बयान जारी करके कहा कि फ्रीमेल ने जोकोविच को दोषी पाया। बयान के अनुसार, ग्रैंडस्लैम नियमों के अनुसार उनकी हरकत गेंद को जानबूझकर खतरनाक तरीके या कोर्ट के अंदर लापरवाही से मारने के अंतर्गत आता है। यूएसटीए ने कहा कि जोकोविच ने टूर्नामेंट से मिले रैंकिंग अंक और 250,000 डॉलर की पुरस्कार राशि उन्हें नहीं दी जाएगी।
जोकोविच ने दिन की शुरुआत सत्र में 26-0 के रिकार्ड से की। यही नहीं उन्होंने 2019 में भी अपने आखिरी तीन मैच जीते थे। उन्होंने पिछले सात ग्रैंडस्लैम में से पांच में जीत दर्ज की थी जिससे उनके ग्रैंडस्लैम खिताब की संख्या 17 पर पहुंच गयी।
रोजर फेडरर और राफेल नडाल की अनुपस्थिति में उन्हें यहां खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था लेकिन रविवार को यह सब कुछ अचानक ही हुआ। हालांकि यह साफ था कि जोकोविच ने जानबूझकर लाइन जज पर गेंद नहीं मारी। वह उनकी तरफ देख भी नहीं रहे थे जब गेंद उनके रैकेट के संपर्क में आयी। जब उन्हें आभास हुआ तो उनके चेहरे पर चिंता साफ दिखायी दे रही थी।