01 November, 2024 (Friday)

एक और जंग देखेगी दुनिया? बौखलाए चीन ने शुरू किया भयानक मिलिट्री ड्रिल

नई दिल्ली: दुनिया में एक और युद्ध की तस्वीर बनने लगी है. साउथ चाइन सी की परत जंग की आहट से तप रही है. चीन और ताइवान एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं. दोनों में तनातनी सातवें आसमान पर है. कब युद्ध छिड़ जाए, कोई नहीं जानता. ताइवान को नया राष्ट्रपति मिले अभी चार दिन भी नहीं हुए कि चीन बौखला गया है. चीन ने प्रलयंकारी हथियारों से ताइवान के दरवाजे पर दस्तक दे दी है. ताइवान को चारों ओर से घेर कर ड्रैगन ने खतरनाक मिलिट्री ड्रिल शुरू कर दी है. उधर ताइवान भी चीन को करारा जवाब देने को तैयार है. उसने भी अपनी आर्मी को रवाना कर दिया है. चीन की बौखलाहट इस वजह से है, क्योंकि ताइवान को लाई चिंग-ते के रूप में नया राष्ट्रपति मिला है. उन्होंने शपथ लेते ही चीन को हड़का दिया था. लाई चिंग-ते चीन के कट्टर विरोधी माने जाते हैं.

दरअसल, चीन ने गुरुवार को सुबह-सुबह ताइवान आइलैंड के चारों ओर एक बड़ा सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया. चीन अपने खतरनाक और प्रलंयकारी हथियारों से यह सैन्य अभ्यास कर रहा है. ताइवान के चारों ओर इस सैन्य एक्शन को चीन ने इसे पनिशमेंट ड्रिल नाम दिया है. चीन के इस मिलिट्री ड्रिल यानी सैन्य अभ्यास में आर्मी, नेवी, एयर फोर्स और रॉकेट फोर्स सब शामिल है. इसका मतलब है कि चीन इस ड्रिल में पूरी ताकत झोंक चुका है और अपना शक्ति प्रदर्शन कर रहा है. यूं कहें तो ड्रैगन ताइवान को डराने की कोशिश में है.

कहां हो रहा है यह सैन्य ड्रील?
बौखलाया चीन ताइवान के चारों ओर से ज्वाइंट मिलिट्री ड्रील कर रहा है. चीन का यह सैन्य अभ्यास ताइवान स्ट्रेट्स यानी जलडमरूमध्य, ताइवान के नॉर्थ, साउथ और पूर्व में हो रहा है. इतना ही नहीं, ताइवान के कंट्रोल वाले किनमेन, मात्सु, विकुउ और डोंगियन आइलैंड के आसपास के इलाकों में भी ड्रैगन सैन्य ड्रिल के जरिए अपनी ताकत दिखा रहा है. चीन ने इस ड्रिल में मिसाइल से लेकर खतरनाक लड़ाकू विमान शामिल हैं. ड्रैगन ने सैन्य ड्रिल में लाइव मिसाइल और दर्जनों लड़ाकू विमान तैनात किए हैं. इतना ही नहीं, चीन की सेना वॉरशिप से भी मॉक स्ट्राइक कर रही है और टारगेट को तबाह कर रहे हैं.

ताइवान भी है तैयार
चीन अपने इस सैन्य अभ्यास को ताइवान की आजादी चाहने वालों के लिए जवाब बता रहा है. चीन ताइवान के नए राष्ट्रपति को अलगाववादी मानता है. दरअसल, चीन ताइवान पर अपना दावा करता है. वह ताइवान की आजादी को कुचलने की हर संभव कोशिश करता है. हालांकि, चीन के इस सैन्य ड्रील के खिलाफ ताइवान भी पूरी तरह तैयार है. उसने अपनी आर्मी को चीनी कोस्ट की ओर रवाना कर दिया है. ताइवान का कहना है कि उसकी सेना अपने देश की रक्षा करने के लिए सक्षम है. चीन की किसी भी नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए ताइवाइन की सेना ने मोर्चा संभाल लिया है.

क्यों बौखलाया है चीन
चीन की बौखलाहट की असल वजह है आजाद ताइवान. चीन ताइवान पर अपना कंट्रोल चाहता है. वह आजाद ताइवान के खिलाफ है. फिलहाल, उसकी बौखलाहट की वजह ताइवान के नए राष्ट्रपति लाई चिंग-ते हैं. पद संभालने के बाद ही राष्ट्रपति लाइ ने चीन को दो टूक जवाब दिया था. उन्होंने कहा था कि चीन से ताइवान को सैन्य धमकी न दे. राष्ट्रपति लाई ने कहा था कि ताइवान चीन से डरने वाला नहीं है. हालांकि, चीन ने इस पर फर्स्ट रिएक्शन में कहा था कि आजादी भूल जाओ. बता दें कि लाई ने इसी साल जनवरी में चुनाव जीता है. इसके बाद उन्होंने सोमवार को राष्ट्रपति पद की शपथ ली. बीजिंग नहीं चाहता था कि लाई और उनकी पार्टी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (डीपीपी) ताइवान पर रूल करे. चीन लाइ को फूटी आंख भी नहीं सुहाता है.

चीन देता रहता है गीदड़भभकी
हालांकि, ताइवान के खिलाफ चीन की यह गीदड़भभकी पहली बार नहीं है. जब जनवरी में ताइवान में चुनाव हुए थे, तब भी चीन ने अपनी बौखलाहट दिखाई थी. उस वक्त चीन ने ताइवान के जल और एयर स्पेस में अपनी सैन्य गतिविधी और पेट्रोलिंग बढ़ा दी थी. इस बार भी जब ताइवान को आजादी समर्थक नया राष्ट्रपति मिल गया है, चीन ने संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है. चीन इस अभ्यास में अपने बेड़े के खतरनाक और प्रलयंकारी हथियारों का यूज कर रहा है. हालांकि, यह ताइवान के लिए कुछ नया नहीं है. ताइवान को धमकाने के लिए चीन अक्सर यह टैक्टिस अपनाता आया है.

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *