यूपी में शुरू हुआ मिशन शक्ति : सीएम योगी बोले- बेटियों पर बुरी नजर डाली तो दुर्गति तय
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को यूपी के बलरामपुर जिले से मिशन शक्ति योजना का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की हर बेटी-हर महिला का सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ उनके स्वावलंबन के लिए प्रतिबद्ध है। जो लोग नारी गरिमा और स्वाभिमान को दुष्प्रभावित करने की कोशिश करेंगे, बेटियों पर बुरी नजर डालेंगे, उनके लिए उत्तर प्रदेश की धरती पर कोई जगह नहीं है। यह लोग सभ्य समाज के लिए कलंक हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ऐसे अपराधियों से पूरी कठोरता से निपटेगी। इनकी दुर्गति तय है।
शारदीय नवरात्र से बासंतिक नवरात्र तक चलने वाले इस अभियान का शुभारंभ करते हुए योगी ने कहा कि नारी ‘शक्ति’ की प्रतीक है। हमारी सनातन परंपरा में नारी पूजनीय है, वंदनीय है। नवरात्रि का अनुष्ठान इसी का द्योतक है। आवश्यकता है कि बदलते दौर में नई पीढ़ी को अपनी सनातन संस्कृति की परंपरा का वाहक बनाएं, उनमें, स्त्री के प्रति सम्मान, सुरक्षा और स्वावलंबन की भावना का प्रसार करें। ‘मिशन शक्ति’ इसी दिशा में एक प्रयास है। मुख्यमंत्री ने महिलाओं एवं बेटियों सुरक्षा व सम्मान की शुरुआत घर से होने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि बेटा-बेटी में कोई भेद नहीं, कोख में बेटियों की हत्या और बाल-विवाह की सार्वजनिक रूप से निंदा होनी चहिए। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना जैसे प्रयासों के माध्यम से केंद्र व राज्य सरकार पूरी मजबूती से बेटियों के उत्थान के लिए से संकल्पित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने खिलाफ होने वाली हिंसा या अपराध की शिकायत ज़रूर करें। आपके पास 1090, 1070, 189, 112 जैसी तमाम विकल्प हर समय उपलब्ध हैं।
बलरामपुर की बेटी को दी श्रद्धांजलि:
विगत दिनों बलरामपुर में बालिका के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मिशन शक्ति’ उस बालिका को श्रद्धांजलि स्वरूप है। बलरामपुर में जनता से मुखातिब मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशव्यापी ‘मिशन शक्ति’ के पहले चरण में महिलाओं, बेटियों और बच्चों की सुरक्षा व सम्मान सुनिश्चित करते हुए जन जागरूकता का कार्यक्रम चलाया जाएगा। दूसरे चरण में ‘ऑपरेशन शक्ति’ के अंतर्गत चिन्हित मनचलों, शोहदों की काउंसलिंग कराई जाएगी। इसके बाद भी अगर सुधार न हुआ तो जनसहयोग से ऐसे असामाजिक तत्वों के सामाजिक बहिष्कार की कार्रवाई होगी। इनकी तस्वीर चौराहों पर लगेगी। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत महिला हित में कार्य करने वाली संस्थाओं, समूहों और व्यक्तियों को सूची बद्ध करते हुए प्रदेश सरकार सम्मानित करेगी। इस बार रामलीला के मंच और दुर्गा पंडाल भी महिला सशक्तिकरण का संदेश, हर जनपद से 100 रोल मॉडल महिलाएं भी चुनी जाएंगी।
थानों और तहसीलों में महिला हेल्प डेस्क:
मुख्यमंत्री ने महिलाओं को उन्नति के लिए हर अवसर उपलब्ध कराने के आश्वासन देते हुए कहा कि महिला सम्बन्धी अपराध कतई क्षम्य नहीं है। ऐसे प्रकरणों में त्वरित कार्रवाई होगी। अभियोजन की कार्यवाही पूरी तैयारी से होगी। जल्द से जल्द न्याय के लिए इनकी सुनवाई आवश्यकतानुसार फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं की सुविधा और संवेदनशीलता के दृष्टिगत प्रदेश के सभी थानों और तहसीलों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की जाएगी। यहां तैनात कर्मचारी भी महिला होगी।
लोक-कलाकारों ने किया मुख्यमंत्री का स्वागत:
कार्यक्रम स्थल पर ‘मिशन शक्ति’ से जुड़े सभी विभागों की प्रदर्शनी लगाई गई थी। मुख्यमंत्री जी ने प्रदर्शनी का लोकार्पण करते हुए सभी स्टालों का अवलोकन भी किया। इससे पहले मुख्यमंत्री के आगमन पर उनके स्वागत में स्थानीय लोक कलाकारों ने भजन एवं देवी गीतों पर आकर्षक प्रस्तुति दी। पूरे कार्यक्रम में में कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन किया गया। मंच से शासन-प्रशासन स्तर से अधिकारी सतत निर्देश देते रहे। कार्यक्रम में विधायक बलरामपुर श्री पलटूराम, गैसड़ी विधायक श्री शैलेश कुमार सिंह’ शैलू’ तुलसीपुर के श्री कैलाश नाथ शुक्ला, उतरौला के श्री राम प्रताप वर्मा की मौजूदगी रही। साथ ही, अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री व सूचना श्री संजय प्रसाद के अलावा देवीपाटन मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति भी रही।