डायबिटीज के मरीजों के लिए अमृत समान होता है कटहल का आटा
बदलते परिवेश में लोगों की जीवनशैली पूरी तरह से बदल गई है। इससे लोगों में न केवल आलसपन, ब्लकि लापरवाही भी बढ़ गई है। इनसे सेहत पर बुरा असर पड़ता है और कई बीमारियां जन्म लेती हैं। इनमें डायबिटिज, मोटापा और बालों की समस्या आम हैं। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसमें इलाज के साथ-साथ परहेज की जररूत होती है। विशेषज्ञों की मानें तो डायबिटीज किसी भी उम्र में हो सकती है। इसके लिए खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। साथ ही मीठे चीजों से दूर रहना चाहिए। अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं और ब्लड शुगर को नियंत्रित करना चाहते हैं, तो अपनी डाइट में कटहल को जरूर शामिल करें। जबकि कटहल का आटा डायबिटीज के मरीजों के लिए अमृत समान होता है। इससे डायबिटीज में बहुत जल्द आराम मिलता है। आइए जानते हैं-
कटहल को अंग्रेजी में जैकफ्रूट कहते हैं। यह फल भारत समेत बांग्लादेश और श्रीलंका में पाया जाता है। देश के कई राज्यों में इसकी खेती की जाती है। इसमें औषधीय गुण पाए जाते हैं जो कई रोगों में फायदेमंद साबित होते हैं। कई रिसर्च में खुलासा हुआ है कि डायबिटीज के मरीजों को कटहल का सेवन जरूर करना चाहिए। इस क्रम में एक नए शोध में खुलासा हुआ है कि कटहल के आटे के सेवन से मधुमेह में आराम मिलता है।
अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन में छपी एक रिसर्च के अनुसार, कटहल के आटे का सेवन करने से HbA1c ‘ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन’, FBG-फास्टिंग ब्लड ग्लूकोज और PPG-पोस्टप्रेंडियल ग्लूकोज का स्तर कम होता है। इस शोध में टाइप 2 डायबिटीज के 40 मरीजों को शामिल किया गया था, जिन्हें तीन महीने तक रोजाना 30 ग्राम कटहल का आटा खाने के लिए दिया गया। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) द्वारा अनुमोदित शोध के परिणाम में यह पाया गया कि जिन लोगों ने कटहल के आटे को गेंहू के आटे अथवा इडली के आटे में मिलाकर सेवन किया। उनके ब्लड शुगर प्लाज्मा ग्लूकोज के स्तर में सुधार दिखा।
कैसे तैयार करें कटहल का आटा
इसके लिए कटहल के बीज को अच्छी तरह से सूखा लें। जब सुख जाएं, तो इसके ऊपरी छिलके को अच्छी तरह से निकाल लें। अब कटहल के बीज को काटकर पीस लें। इसके बाद रोजाना 30 ग्राम कटहल के आटे को सामान्य आटे में मिलाकर सेवन करें।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।