24 November, 2024 (Sunday)

World Bank: 2022-23 के लिए भारत के GDP विकास दर अनुमान में सुधार, पर पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले बड़ी गिरावट

बिगड़ते बाहरी वातावरण के बीच वित्त वर्ष 2022-23 में पिछले साल के मुकाबले सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि में बड़ी गिरावट की उम्मीद है। विश्व बैंक के अनुमान के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 में GDP विकास दर घटकर 6.9% रहने की उम्मीद है जो कि 2021-22 के 8.7% के मुकाबले बड़ी गिरावट मानी जा रही है। हालांकि, अक्तूबर के अनुमान के मुकाबले इसमें सुधार हुआ है, क्योंकि विश्व बैंक ने अक्तूबर में 2022-23 की जीडीपी के लिए 6.5 फीसदी का ही अनुमान लगाया था।

बढ़ती महंगाई के कारण जीडीपी पर पड़ रहा असर
बढ़ती महंगाई को नियंत्रण करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक समेत दुनिया भर के केंद्रीय बैंक लगातार अपनी ब्याज दरों में इजाफा कर रहे हैं। इसका सीधा असर देश की सकल घरेलू उत्पाद  पर पड़ रहा है। इसके साथ ही चीन में कोरोना लॉकडाउन के कारण पूरी दुनिया के सप्लाई चेन पर बहुत बुरा असर पड़ा है. ऐसे में पूरी दुनिया में मंदी की आशंका बढ़ गई है।

क्या होती है जीडीपी(GDP)
ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट यानी सकल घरेलू उत्पाद (GDP) किसी एक साल में देश में पैदा होने वाले सभी सामानों और सेवाओं की कुल वैल्यू को कहते हैं। जीडीपी आर्थिक गतिविधियों के स्तर को दिखाता है और इससे यह पता चलता है कि किन सेक्टरों की वजह से इसमें तेज़ी या गिरावट आई है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वन मंत्रालय, भारत सरकार जीडीपी का मूल्यांकन करती है।

 

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