शेयर बाजार की पिच पर सेंसेक्स हुआ बोल्ड, भारी गिरावट के साथ कारोबार शुरू
शेयर बाजार में आज कमजोरी देखी जा रही है। सेंसेक्स 104 अंको की गिरावट के साथ 60,701 पर कारोबार कर रहा है, वहीं निफ्टी में भी 57 अंको की कमजोरी देखी जा रही है। अभी वह 18,759 पर बिजनेस कर रही है। बता दें, घरेलू शेयर बाजार में बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स 142 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ था। वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख के साथ सूचना प्रौद्योगिकी और वित्तीय शेयरों में लिवाली से बाजार बढ़त में रहा। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 142.43 अंक यानी 0.23 प्रतिशत की बढ़त के साथ 60,806.22 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स ऊंचे में 60,863.63 तक गया और नीचे में 60,472.81 अंक तक आया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 21.75 अंक यानी 0.12 प्रतिशत मजबूत होकर 17,893.45 अंक पर बंद हुआ।
आज LIC के शेयर में आ सकती है बढ़ोतरी
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के मुनाफे में बरर्दस्त उछाल आया है। शेयर बाजार में कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, एलआईसी का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में शुद्ध लाभ जबर्दस्त उछाल के साथ 8,334.2 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एक साल पहले समान अवधि में यह 235 करोड़ रुपये रहा था। जानकारों का कहना है कि एलआईसी के बंपर कमाई का असर कंपनी के शेयरों पर देखने को मिल सकता है। शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है। गुरुवार को एलआईसी का शेयर 3.25 रुपये (0.53%) की मामूली तेजी के साथ 613.50 रुपये पर बंद हुआ। जुलाई से सितंबर तिमाही में, बीमा दिग्गज ने 15,952 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। एलआईसी ने अप्रैल से जून तिमाही में 682.9 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। समीक्षाधीन तिमाही में एलआईसी की शुद्ध प्रीमियम आय 1.11 लाख करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले की अवधि में 97,620 करोड़ रुपये से 14.5% अधिक थी।
जनवरी के आखिरी हफ्ता से लेकर अब तक का समय अडानी ग्रुप के लिए सबसे बुरा रहा है। एक्सपर्ट को इस बात पर यकीन है कि जल्द ही इसमें बदलाव होगा और अडानी ग्रुप के शेयर अपने उस ऊंचाई को टच करेंगे, जहां 24 जनवरी से पहले थे। दरअसल, अडानी ग्रुप ने अगले महीने बकाया 500 मिलियन डॉलर के ब्रिज लोन को चुकाने की योजना बनाई है, क्योंकि कुछ बैंकों ने शॉर्ट सेलर के हमले के बाद कर्ज को रिफाइनेंस करने से इनकार कर दिया था, जिससे समूह को तगड़ा नुकसान हुआ था। बार्कलेज पीएलसी, स्टैंडर्ड चार्टर्ड पीएलसी और ड्यूश बैंक एजी उन बैंकों में शामिल हैं, जिन्होंने पिछले साल होल्सिम लिमिटेड की सीमेंट संपत्ति की खरीद के लिए अडानी को 4.5 बिलियन डॉलर का कर्ज दिया था। उस लोन का एक हिस्सा 9 मार्च को भरना है।