भगवान शिव को अति प्रिय है यह पेड़, महाशिवरात्रि से पहले घर पर जरूर लगाएं, लेकिन न करें ये गलती
वास्तु शास्त्र में धन दौलत, सुख समृद्धि और सकारातात्मकता लाने के लिए कई पेड़-पौधों का जिक्र किया गया है। इसमें शमी का पेड़ भी शामिल है। ज्योतिष में भी इस पौधे को काफी चमत्कारी माना गया है। मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव को शमी का पेड़ बहुत प्रिय है। कहा जाता है कि भगवान शिव को शमी के पत्ते या फूल अर्पित करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। अगर आपको महादेव की कृपा पानी है तो रोज शमी की पूजा करना चाहिए। इसके अलावा शमी का पेड़ घर में सकारात्मकता लाने के साथ धन दौलत भी लाता है।
कब है महाशिवरात्रि 2023?
फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का व्रत किया जाता है। हिंदू धर्म में इसका बहुत अधिक महत्व है। इस बार महाशिवरात्रि का पर्व 18 फरवरी 2023 दिन शनिवार को मनाया जाएगा। शास्त्रों की मानें तो महाशिवरात्रि के दिन से ही सृष्टि का प्रारंभ हुआ था। ऐसी मान्यता भी है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ है।
शमी के पौधे को कैसे लगाएं
वास्तु के अनुसार, शमी के पौधे को शनिवार के दिन ही लगाना चाहिए। क्योंकि शमी के पौधे को इस दिन लगाना शुभ माना जाता है। सबसे खास बात यह है कि इस बार महाशिवरात्रि शनिवार को मनाया जाएगा। ऐसे में अगर आप इस दिन शमी के पौधे को घर में लगाते हैं तो यह बहुत शुभ फल देगा।
इस दिशा में लगाएं पेड़
ज्योतिष शास्त्र में अनुसार, जिस घर में शमी का पेड़ होता है वहां समस्या नहीं होती। कहा जाता है कि शमी का पेड़ धन को खींचता है। इसे घर के ईशान कोण यानी पूर्वोत्तर दिशा में लगाने की सलाह दी जाती है। ऐसा करने पर परिवार को धन की कमी नहीं झेलनी पड़ेगी।
शनि कोप से बचाता है शमी
शमी का पौधा शनिदेव के कोप से भी बचाता है। ऐसे में अगर आप पर शनि की साढ़ेसाती या ढैया चल रही है तो आपको अपने घर में शमी का पेड़ लगाना चाहिए। इससे शनि की साढ़ेसाती और शनि प्रकोप से राहत मिलती है और जिंदगी से परेशानियां दूर हो जाती हैं।
शमी का पेड़ लगाते वक्त न करें ये गलती
वास्तु शास्त्र के अनुसार, शमी के पौधे को हमेशा घर के आंगन या बालकनी में ही लगाना चाहिए। इस बात ध्यान रखें कि इसे कभी भी घर के अंदर या फिर किसी कमरे में न लगाएं। क्योंकि वास्तु कहता है कि घर में जहां खुली जगह हो वहीं शमी का पौधा लगाना चाहिए। इसके साथ ही नियमित रूप से इसकी देखभाल भी करनी चाहिए।