LIC के पास 463 अरब डॉलर की संपत्ति, यह कई अर्थव्यवस्थाओं के GDP से अधिक
LIC की संपत्ति 463 बिलियन डॉलर होने पर यह कई अर्थव्यवस्थाओं के सकल घरेलू उत्पाद से अधिक है। यह GWP के मामले में विश्व स्तर पर 5वें और कुल संपत्ति के मामले में विश्व स्तर पर 10वें स्थान पर है। इसकी संपत्ति पूरे भारतीय MF industry यानी 31.4 ट्रिलियन रुपये (31 मार्च, 2021 तक) से 1.1 गुना ज्यादा है। LIC की संपत्ति भारत के दूसरे सबसे बड़े निजी बीमाकर्ता यानी एसबीआई लाइफ के AUM का 16.3 गुना है। कुल एनएसई मार्केट कैप का 4 फीसद एलआईसी के पास है। LIC 36.7 ट्रिलियन एयूएम के साथ भारत में सबसे बड़ा एसेट मैनेजर है। एलआईसी का एयूएम स्टैंडअलोन आधार पर वित्त वर्ष 2011 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद के 18 फीसद के बराबर था।
गौरतलब है कि LIC 65 से अधिक वर्षों से भारत में जीवन बीमा देता रहा है और सकल लिखित प्रीमियम (जीडब्ल्यूपी) के मामले में भारत में सबसे बड़ा जीवन बीमाकर्ता है, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 64.1 फीसद है, न्यू बिजनेस प्रीमियम (एनबीपी) की बाजार हिस्सेदारी है। LIC को जीवन बीमा जीडब्ल्यूपी के मामले में वैश्विक स्तर पर 5वां और कुल संपत्ति के मामले में वैश्विक स्तर पर 10वां स्थान दिया गया है (31 मार्च, 2021 को एलआईसी की संपत्ति की तुलना 31 दिसंबर, 2020 को अन्य जीवन बीमा कंपनियों की संपत्ति के साथ की गई है)।
LIC 31 मार्च, 2021 को भारत में सबसे बड़ा परिसंपत्ति प्रबंधक है, जिसमें AUM (पॉलिसीधारकों का निवेश, शेयरधारकों का निवेश और लिंक्ड देनदारियों को कवर करने के लिए रखी गई संपत्ति) लगभग 36.7 ट्रिलियन रुपये का स्टैंडअलोन आधार पर है। 30 सितंबर, 2021 को भारत में इक्विटी में LIC का निवेश बकाया (भारत में गैर-प्रवर्तक मार्केट कैप) का 7.62 फीसद था।
30 सितंबर, 2021 तक भारत में LIC’s individual products पोर्टफोलियो में 32 individual products थे और भारत में इसके समूह उत्पाद पोर्टफोलियो में 10 समूह उत्पाद शामिल थे, जिसमें एक समूह सूक्ष्म बीमा उत्पाद शामिल थे।