‘यह विचारधारा की लड़ाई है और…’, पटना में विपक्ष की मीटिंग के बाद राहुल गांधी ने भरी हुंकार
पटना: बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों ने मीटिंग के बाद हुई जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी आगामी योजना के बारे में बात की। सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत करते हुए कहा कि सभी पार्टियों में साथ आने पर सहमति बन गई है। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारी विचारधारा में भले ही थोड़ी भिन्नता हो सकती है लेकिन हमारा देश एक है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है और हम अपनी सामान्य विचारधारा की रक्षा करेंगे।
‘विचारधारा की इस लड़ाई में हम साथ खड़े हैं’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल ने कहा, ‘बीजेपी और RSS हिंदुस्तान की नींव पर आक्रमण कर रही है। यह विचारधारा की लड़ाई है और हम साथ खड़े हैं। हमने निर्णय लिया है कि हम एक साथ काम करेंगे और अपनी सामान्य विचारधारा की रक्षा करेंगे। यह विपक्षी एकता की प्रक्रिया है जो आगे बढ़ेगी।’ वहीं, कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि पटना में हुई विपक्ष की मीटिंग के बाद अब एक और मीटिंग शिमला में जल्द ही होगी। उन्होंने कहा कि हम बीजेपी को सत्ता से बाहर करने में जरूर कामयाब होंगे। खरगे ने कहा कि हम चुनाव का एजेंडा तैयार कर रहे हैं।
विपक्ष के तमाम बड़े नेताओं का हुआ पटना में जुटान
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव, शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला समेत विपक्ष के कई अन्य नेताओं ने इस बैठक में हिस्सा लिया। मायावती के नेतृत्व वाली बीएसपी को इस बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया था, जबकि RLD चीफ जयंत चौधरी किसी पारिवारिक कार्यक्रम के चलते अपनी मौजूदगी दर्ज नहीं कर सके।