26 November, 2024 (Tuesday)

इन 7 बीमारियों में फायदेमंद है अमरूद का सेवन, जानें कब और कैसे खाएं

  • कब्ज में अमरूद (Guava for constipation): अन्य फलों की तुलना में अमरूद में फाइबर ज्यादा होता है। एक अमरूद में 12 प्रतिशत फाइबर होता है जो इसे पाचन स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद बनाता है। ये पेट का मेटाबोलिक रेट बढ़ाने के साथ, बॉवेल मूवमेंट को तेज करता है और कब्ज से बचाता है। कब्ज में खाली पेट नमक लगाकर अमरूद खाएं।
  • डायबिटीज में अमरूद (Guava for diabetes): अमरूद में फाइबर और लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला फ्रूट है जो कि डायबिटीज को रोकने में मददगार है। ये शुगर स्पाइक को रोकता है और डायबिटीज में कब्ज की समस्या को रोकता है। पर ध्यान रखें कि डायबिटीज में थोड़ा कच्चा और ज्यादा बीज वाले अमरूद को काला नमक लगा कर खाएं।
  • ब्लोटिंग में (Guava for bloating): महिलाओं में ब्लोटिंग की समस्या बहुत होती है। खासकर कि ये पीरियड्स के आस-पास बहुत परेशान करता है। ऐसे में काला नमक लगाकर दिन में अमरूद खाना , पेट में सूजन को कम करके ब्लोटिंग की समस्या समस्या को कम कर सकता है।
  • ब्लोटिंग में (Guava for bloating): महिलाओं में ब्लोटिंग की समस्या बहुत होती है। खासकर कि ये पीरियड्स के आस-पास बहुत परेशान करता है। ऐसे में काला नमक लगाकर दिन में अमरूद खाना , पेट में सूजन को कम करके ब्लोटिंग की समस्या समस्या को कम कर सकता है।
  • मोटापे की बीमारी में अमरूद (Guava for Obesity): अमरूद फाइबर से भरपूर और कैलोरी में कम होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे आपको पूर्ण महसूस करने और वजन घटाने में सहायता कर सकते हैं। साथ इसका फाइबर मेटाबोलिक रेट बढ़ा कर बैली फैट कम करने में मदद करता है।
  • मोटापे की बीमारी में अमरूद (Guava for Obesity): अमरूद फाइबर से भरपूर और कैलोरी में कम होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे आपको पूर्ण महसूस करने और वजन घटाने में सहायता कर सकते हैं। साथ इसका फाइबर मेटाबोलिक रेट बढ़ा कर बैली फैट कम करने में मदद करता है।
  • आई साइट कमजोर होने पर अमरूद (Is guava good for eyesight): अमरूद के फल में विटामिन ए होता है जो किसी व्यक्ति की आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है। अमरूद खाने से न केवल खराब दृष्टि को रोकता है बल्कि आपको मोतियाबिंद जैसी बीमारियों से भी बचाता है।

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