मूसलाधार बारिश से धंसी धौलपुर की रेलवे पटरी, अगले दो दिन भारी बारिश का अनुमान
भारी बारिश के चलते रविवार को उत्तर मध्य रेल खंड पर सुबह चंबल के बीहड इलाके में रेलवे पटरी धंस गई.अधिकारियों ने बताया कि झांसी मंडल के तहत आने वाले हेतमपुर क्षेत्र में डाउन ट्रैक धंसने से लगभग चार घंटे तक रेल यातायात बाधित रहा, जिसके चलते रेलगाड़ियों का मार्ग बदला गया. वहीं, दो रेलगाड़ियों का परिचालन रद्द कर दिया गया.
मूसलाधार बारिश से धंसी धौलपुर की रेलवे पटरी, अगले दो दिन भारी बारिश का अनुमानभारी बारिश के चलते रविवार को उत्तर मध्य रेल खंड पर सुबह चंबल के बीहड इलाके में रेलवे पटरी धंस गई.अधिकारियों ने बताया कि झांसी मंडल के तहत आने वाले हेतमपुर क्षेत्र में डाउन ट्रैक धंसने से लगभग चार घंटे तक रेल यातायात बाधित रहा, जिसके चलते रेलगाड़ियों का मार्ग बदला गया. वहीं, दो रेलगाड़ियों का परिचालन रद्द कर दिया गया.
मूसलाधार बारिश से धंसी धौलपुर की रेलवे पटरी, अगले दो दिन भारी बारिश का अनुमान
राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश के चलते रेल यातायात बाधित हो गई है. जबकि पश्चिमी क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई. विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे के दौरान धौलपुर में मूसलाधार बारिश और बांसवाड़ा में भारी बारिश दर्ज की गई. भारी बारिश के चलते रविवार को उत्तर मध्य रेल खंड पर सुबह चंबल के बीहड इलाके में रेलवे पटरी धंस गई.
अधिकारियों ने बताया कि झांसी मंडल के तहत आने वाले हेतमपुर क्षेत्र में डाउन ट्रैक धंसने से लगभग चार घंटे तक रेल यातायात बाधित रहा, जिसके चलते रेलगाड़ियों का मार्ग बदला गया. वहीं, दो रेलगाड़ियों का परिचालन रद्द कर दिया गया. धौलपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन के अधीक्षक आर. पी. मीणा ने बताया कि रविवार सुबह धौलपुर-हेतमपुर के बीच में घेर हाल्ट स्टेशन के निकट तेज बारिश के कारण रेलवे पटरी धंस गई.
गौरतलब है मौसम विभाग ने अगले 2-3 दिनों तक पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की आशंका जताई है. विभाग ने इन इलाकों में आंधी-तूफान और बिजली गिरने की भी चेतावनी दी है. मध्य प्रदेश और इससे सटे पूर्वी राजस्थान पर बने परिसंचरण तंत्र के कारण बारिश होने की उम्मीद है. इस सिस्टम के कारण क्षेत्र में व्यापक बारिश होने की संभावना है, जिसमें भरतपुर, उदयपुर, जयपुर और कोटा संभाग में सबसे भारी बारिश होगी.
विभाग ने इन क्षेत्रों में लोगों को बाढ़ और बारिश से संबंधित अन्य खतरों की संभावना के लिए तैयार रहने की सलाह दी है. उन्हें बिजली गिरने के प्रति सावधानी बरतने को भी कहा गया है. विभाग ने अगले दो दिनों के लिए पश्चिमी राजस्थान में तापमान औसत से ऊपर रहने का भी अनुमान लगाया है. जैसलमेर, बाड़मेर और बीकानेर में अधिकतम तापमान 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (38 डिग्री सेल्सियस) के आसपास रहने की उम्मीद है.
राजस्थान के लिए वर्षा पूर्वानुमान का विवरण:
पश्चिमी राजस्थान: कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं
पूर्वी राजस्थान: छिटपुट हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश
जनता को सलाह दी गई है कि वे मौसम के पूर्वानुमान से अपडेट रहें और आवश्यक सावधानी बरतें.
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, नई दिल्ली से अतिरिक्त जानकारी:
1. पूर्वी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश (मिमी) हुई: धौलपुर 230.0
2. पंजाब और पश्चिम राजस्थान को छोड़कर उत्तर पश्चिम भारत में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश हुई.
3. उत्तर पश्चिम भारत में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस जैसलमेर (राजस्थान) में दर्ज किया गया.
आने वाले दिनों में और खराब हो सकते हैं हालात
पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश शुरू हो चुकी है और मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में हालात और खराब हो सकते हैं. बारिश के कारण निचले इलाकों में कुछ बाढ़ आ गई है और बिजली गुल होने और सड़कें बंद होने की खबरें आई हैं. विभाग ने पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की आशंका की भी चेतावनी दी है. इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी है.