चीन की इकोनॉमी को कोरोना से लगा बड़ा झटका, 45 साल के न्यूनतम स्तर पर आर्थिक वृद्धि
चीन को कोरोना वायरस महामारी से भारी नुकसान हुआ है। चीन की अर्थव्यवस्था में 45 वर्षों की सबसे न्यूनतम आर्थिक वृद्धि दर्ज की गई है। राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा सोमवार को उपलब्ध कराए गए ताजा आंकडों के अनुसार, चीन की अर्थव्यवस्था में 2.3 फीसद की ग्रोथ रेट दर्ज की गई है, जो चार दशकों में सबसे कम है। सांख्यिकी ब्यूरो ने बताया कि धीमी आर्थिक वृद्धि दर का कारण कोरोना वायरस महामारी रही है।
सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार, साल 2020 की पहली तीन तिमाहियों में चीनी अर्थव्यवस्था में केवल 0.7 फीसद की वृद्धि हुई है। हालांकि, साल 2020 की पहली तिमाही में चीनी अर्थव्यवस्था में 6.8 फीसद की गिरावट दर्ज हुई थी। इसके बाद दूसरी तिमाही में 3.2 फीसद और तीसरी तिमाही में 4.9 फीसद की ग्रोथ चीनी अर्थव्यवस्था में दर्ज हुई।
एनबीएस न्यूज की एक रिपोर्ट में स्पूतनिक के हवाले से कहा गया, ‘प्राथमिक अनुमानों के अनुसार, साल 2020 में चीन की जीडीपी 101.598 ट्रिलियन युआन (15.68 ट्रिलियन डॉलर) की रही है। इस तरह इसमें इससे पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 2.3 फीसद का इजाफा हुआ है।’
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने एक रिपोर्ट में बताया कि पिछले साल देश की आर्थिक वृद्धि दर साल 1976 के बाद सबसे न्यूनतम रही है। साल 1976 में चीन की अर्थव्यवस्था में 1.6 फीसद का संकुचन देखा गया था।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने रिपोर्ट में आगे बताया कि चीन में बेरोजगारी का एक ‘अपूर्ण’ मापक, सर्वेक्षण की हुई बेरोजगारी दर, जिसमें देश के लाखों प्रवासी मजदूरों के आंकड़े शामिल नहीं हैं, दिसंबर में 5.2 फीसद रही। इसके अलावा साल 2020 में निश्चित परिसंपत्ति निवेश में 2.9 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई, साल 2019 में यह 5.4 फीसद की थी।