बिहार: शादी में चिकन के साथ लिट्टी नहीं देने पर गोलीबारी, एक की मौत, तीन घायल
बिहार के गोपालगंज जिले के उचकागांव थाना क्षेत्र के नरकटिया गांव में बारात में चिकन के साथ लिट्टी नहीं देने पर हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि तीन लोग गंभीर रुप से जख्मी हो गये। मृतक राजेंद्र सिंह थे। जबकि गोलीबारी में जख्मी राहुल कुमार सिंह, रिशु कुमार सिंह और रोहित कुमार सिंह को इलाज के लिए गोपालगंज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार करने के बाद बेहतर इलाज के लिए उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया। इसके बाद परिवार के सदस्य तीनों जख्मी लोगों को इलाज के लिए गोपालगंज अस्पताल से गोरखपुर के लिए लेकर रवाना हो गए।
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि राजेंद्र सिंह के पड़ोस में एक बारात आई हुई थी। बारात में चिकन के साथ लिट्टी नहीं देने को लेकर विवाद शुरू हो गया। विवाद में गोलीबारी हो गई। गोलीबारी में राजेंद्र सिंह समेत चार लोगों को गोली लग गई। इलाज के लिए चारों लोगों को गोपालगंज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने राजेंद्र सिंह को मृत घोषित कर दिया। जबकि तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
डॉक्टरों ने एक्सरे करने के लिए तीनों लोगों को भेजा तो पता चला कि एक्स-रे कक्ष बंद है। इसके बाद परिवार के सदस्य व अन्य लोगों ने एक्सरे बंद होने को लेकर नाराजगी जताते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। वहीं सूचना मिलने के बाद नगर थाना की पुलिस सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंची और गुस्साए लोगों को शांत कराने की कोशिश की। लेकिन परिवार के सदस्यों का कहना था कि सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में न तो इलाज की व्यवस्था है और ना ही एक्सरे कि इसको लेकर परिवार के सदस्य व अन्य लोग हंगामा कर रहे थे।
मौके पर पहुंचे नगर थाने के सब इंस्पेक्टर नेयाज अहमद और बीएन राय परिवार के सदस्यों को समझा-बुझाकर शांत कराया और उन्हें एंबुलेंस पर लादकर बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर के लिए रवाना करवा दिया।
उचकागांव थानाध्यक्ष अब्दुल मजीद ने बताया कि गोलीबारी की सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम मामले की छानबीन करने में जुट गई है। गोली मारने वाले लोगों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। बारात में चिकन के साथ लिट्टी नहीं देने को लेकर हुई गोलीबारी के बाद अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया था। घटना के बाद से गांव में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।