यूपी सिपाही भर्ती: डीजीपी ने परीक्षा केंद्र का किया निरीक्षण, बोले- सबसे बड़ी पुलिस परीक्षा कराने में सफल रहे
UP Constable Recruitment: यूपी डीजीपी ने कहा कि योगी सरकार का संकल्प है कि परीक्षा सुचितापूर्ण तरीके से सम्पन्न हो और सिर्फ मेधावी छात्र ही नौकरियों में आएं। उन्होंने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी परीक्षा कराने में हम सफल हुए हैं।
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का आज अंतिम दिन है। पहली पाली की परीक्षा हो रही है। पूरी परीक्षा के दौरान पुलिस प्रशासन पूरी तरह चाक चौबंद नजर आया। यूपी डीजीपी ने शनिवार को लखनऊ के तेलीबाग में राम भरोसे मैकू लाल इंटर कालेज में खुद भी निरीक्षण किया। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि देश और विश्व की सबसे बड़ी पुलिस की परीक्षा है जिसको सकुशल संपन्न कराने में हम लोग सफल हुए हैं। जैसा की सरकार का संकल्प है कि भर्ती सुचितापूर्ण तरीके से संपन्न हो और सिर्फ मेधावी छात्र ही स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के बाद नौकरियों में लिए जाएं… जो बच्चे अभी पारदर्शी प्रक्रिया के तहत आ रहे हैं वो जनता और विभाग की सेवा अगले 40 साल तक करेंगे। अभी की भर्ती 60 हजार से कुछ अधिक की है। आने वाले एक साल में हम कुल एक लाख लोग विभाग में लेंगे।
सिपाही के 60,244 पदों पर सीधी भर्ती के लिए आयोजित लिखित परीक्षा के चौथे दिन 21.80 फीसद अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। शुक्रवार को परीक्षा में 6,91,936 अभ्यर्थी शामिल हुए, जो अब तक की सर्वाधिक संख्या है। वहीं परीक्षा में सेंध लगाने का प्रयास करने वाले 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें 3 सॉल्वर हैं। वहीं परीक्षा से पूर्व 94 अभ्यर्थियों के दस्तावेज संदिग्ध पाए गए, हालांकि उन्हें परीक्षा देने दी गई। उनके दस्तावेजों की स्क्रूटनी उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा की जाएगी।
डीजीपी मुख्यालय के मुताबिक शुक्रवार को परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों का प्रयोग करने और दूसरे की जगह परीक्षा देने का प्रयास करने वाले 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया। सहारनपुर में सर्वाधिक 4 अभ्यर्थी पकड़े गए, जिनमें राजस्थान के धौलपुर निवासी जितेंद्र सिंह, बागपत निवासी प्रभात तोमर, मेरठ निवासी प्रशांत किशोर और बुलंदशहर निवासी सतीश शामिल है। चारों फर्जी दस्तावेज बनाकर परीक्षा में शामिल होने की जुगत में थे। इसके अलावा मेरठ से 3 अभ्यर्थी मुरादाबाद निवासी प्रशांत कुमार, बिजनौर निवासी रणवीर सिंह और प्रवेंद्र सिंह को फर्जी दस्तावेजों के जरिए परीक्षा देने के प्रयास के दौरान पकड़ा गया है।
वहीं फतेहपुर में औरैया निवासी ऋषि कुमार को दो अलग-अलग आधार कार्ड मिलने पर गिरफ्तार कर लिया गया। एटा में आगरा निवासी अतुल भदौरिया को अपने भाई नितिन के स्थान पर परीक्षा देते हुए और फिरोजाबाद निवासी अजय कुमार को फर्जी दस्तावेज बनाकर वास्तविक अभ्यर्थी अमित कुमार के स्थान पर परीक्षा देते हुए पकड़ा गया। जौनपुर में मऊ निवासी अभय मद्धेशिया को आधार कार्ड और प्रवेश पत्र में अलग-अलग जन्मतिथि होने तथा फतेहपुर निवासी रागवेंद्र प्रताप वर्मा को अभ्यर्थी वीरेंद्र कुमार के स्थान पर परीक्षा देते हुए पकड़ा गया है। कानपुर में मैनपुरी निवासी प्रदीप कुमार को फर्जी दस्तावेज मिलने पर गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ 11 मुकदमे भी दर्ज किए गए हैं।
फूलप्रूफ इंतजाम से बढ़ा भरोसा
बता दें कि भर्ती बोर्ड द्वारा विगत 23, 24, 25 अगस्त को परीक्षा का सकुशल आयोजन करने से अभ्यर्थियों का हौसला बढ़ा है, जिसकी वजह से परीक्षा के चौथे दिन अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए। शुक्रवार को पहली पाली में 71.51 फीसद, जबकि दूसरी पाली में 72.09 फीसद अभ्यर्थी शामिल हुए। वहीं परीक्षा से पहले दस्तावेजों की जांच के लिए बोर्ड द्वारा कराई गई ई-केवाईसी के दौरान पहली पाली में 61 और दूसरी में 33 संदिग्ध अभ्यर्थी मिले। अब शनिवार को परीक्षा का अंतिम दिन है, जिसके बाद ओएमआर शीट्स की जांच की जाएगी। तत्पश्चात भर्ती बोर्ड द्वारा परीक्षा का रिजल्ट जारी किया जाएगा। इसके बाद चयनित अभ्यर्थियों को उनके दस्तावेजों के परीक्षण और शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा।
अब तक 94 लोग गिरफ्तार
963613 अभ्यर्थियों को शुक्रवार को परीक्षा में होना था शामिल
– 803842 अभ्यर्थियों ने ही एडमिट कार्ड किया था डाउनलोड
– 691936 अभ्यर्थी शुक्रवार को परीक्षा में हुए शामिल
– 94 अभ्यर्थी संदिग्ध मिले, परीक्षा देने की अनुमति दी गई
– 49 लोग चार दिन की परीक्षा के दौरान हो चुके हैं गिरफ्तार
परीक्षा में उपस्थित अभ्यर्थी
23 अगस्त – 648435
24 अगस्त – 657443
25 अगस्त – 678767
30 अगस्त – 691936