मेलोनी संग किन-किन मुद्दों पर हो सकती है पीएम मोदी की बात? यूक्रेन के राष्ट्रपति से भी होगी मुलाकात
जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इटली के अपुलिया शहर पहुंच गए हैं. इस दौरान उनकी कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें होने वाली हैं. प्रधानमंत्री मोदी इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के निमंत्रण पर शुक्रवार को जी-7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्र में भाग लेंगे. पीएम मोदी जी-7 बैठक के लिए बोर्गो एग्नाजिया रवाना होने से पहले फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें कर सकते हैं. आउटरीच सत्र के बाद ये बैठकें मुख्य रूप से एआई, ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर पर केंद्रित होगी.
प्रधानमंत्री मोदी के जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और जापानी प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की भी उम्मीद है. हालांकि, पीएम मोदी और कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बीच कोई द्विपक्षीय बैठक निर्धारित नहीं है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ भी कोई द्वपक्षीय बैठक निर्धारित नहीं है. हालांकि ये दोनों नेता अनौपचारिक तौर पर मिल सकते हैं.
इन मुद्दों पर वार्ता संभव
भारत के नेतृत्व में इंटरनेशनल सोलर अलायंस सहित तमाम वैश्विक मुद्दों पर बातचीत में इटली अहम भागीदार है. इस वक्त दोनों देशों के बीच व्यापार भी काफी फल फूल रहा है. बीते 2022-23 में दोनों के बीच 15 अरब डॉलर का व्यापार हुआ. इमसें भारत ने 8.69 अरब डॉलर का निर्यात था. इस वक्त इटली भारत का यूरोप में चौथा सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है. पीएम मोदी के दौरे में दोनों देशों के बीच व्यापार को और बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय अलायंस को मजबूती देने जैसे मसलों पर बातचीत हो सकती है.
बेहतरीन संबंध
भारत और इटली के रिश्ते बहुत अच्छे रहे हैं. 2023 में दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों का 75वां वर्षगाठ मनाया गया था. दोनों के बीच ऐतिहासिक रूप से रिश्ते अच्छे रहे हैं. इससे पहले अक्टूबर 2021 में पीएम मोदी ने जी20 समिट के लिए इटली का दौरा किया था. मौजूदा वक्त में दोनों देशों के संबंध रणनीतिक साझेदार के तौर पर हो गए हैं. रक्षा, ऊर्जा, साइंस और टेक्नलॉजी के साथ एशिया प्रशांत क्षेत्र में दोनों देश मिलकर काम कर रहे हैं. बीते कुछ सालों में दोनों देशों के शीर्ष अधिकारियों और मंत्रियों के कई दौरे हुए हैं.
पीएम का भव्य स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी यात्रा से पहले कहा, “मुझे खुशी है कि लगातार तीसरे कार्यकाल में मेरी पहली यात्रा जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए इटली की है. मैं 2021 में जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए इटली की अपनी यात्रा को गर्मजोशी से स्वागत के लिए याद करता हूं. पिछले साल प्रधानमंत्री मेलोनी की भारत की दो यात्राएं हमारे द्विपक्षीय एजेंडे में गति और गहराई लाने में सहायक रहीं. हम भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और हिंद-प्रशांत और भूमध्यसागरीय क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”