चीन की दादागिरी पर अंकुश लगाएंगे भारत और अमेरिका, अजीत डोभाल ने यूएस के रक्षा अधिकारियों के साथ बनाई रणनीति
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल अमेरिका के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने अमेरिका की उपरक्षा मंत्री से मुलाकात की। इस दौरान हिंद प्रशांत महासागर में चीन की बढ़ती गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए विचार विमर्श हुआ। साथ ही भारत और अमेरिका की सेनाओं के बीच आपसी समन्वय और रक्षा सहयोग बढ़ाने पर भी बातचीत की गई।
अमेरिका की उप रक्षा मंत्री डॉ.कैथलीन हिक्स ने यहां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल से मुलाकात कर अमेरिका-भारत द्विपक्षीय रक्षा साझेदारी पर चर्चा की। अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन ने यह जानकारी दी। पेंटागन के अनुसार, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में नीतियों व उनके संचालन में समन्वय को गहरा करने और दोनों देशों के बीच रक्षा औद्योगिक सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हुई।
भारतीय दूतावास ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘दोनों ने अमेरिका-भारत रक्षा सहयोग और क्षेत्रीय सुरक्षा सहित कई मुद्दों पर चर्चा की।’ पेंटागन के प्रवक्ता एरिक पाहोन ने बैठक के बाद एक बयान में बताया कि हिक्स ने दोहराया कि गठबंधन बनाना तथा साझेदारी करना मंत्रालय की पहली प्राथमिकता है और अमेरिकी राष्ट्रीय रक्षा रणनीति का अभिन्न अंग भी है।
पाहोन ने बताया कि उन्होंने (हिक्स ने) क्षेत्र में भारत के नेतृत्व के लिए डोभाल का शुक्रिया अदा किया। साथ ही अमेरिका तथा भारतीय सेनाओं के बीच समन्वय को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की ताकि क्षेत्र के तेजी से बढ़ते विवादित रणनीतिक माहौल से निपटा जा सके। उन्होंने कहा, ‘दोनों ने अमेरिका और भारतीय कंपनियों के बीच अभिनव संयुक्त प्रयासों के माध्यम से द्विपक्षीय रक्षा औद्योगिक सहयोग बढ़ाने के अवसरों पर भी चर्चा की जो भारत की विशिष्ट संचालन की जरूरतों के अनुरूप है।’ बैठक के ‘रीडआउट’ (जानकारी) के अनुसार, हिक्स और डोभाल ने कहा कि वे अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करने के लिए तत्पर हैं।