एचएसआईआईडीसी औद्योगिकीकरण का मुख्य आधार :चौटाला
हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एचएसआईआईडीसी ) राज्य में औद्योगीकरण का मुख्य आधार है और इसकी परियोजनाओं में गुणवत्ता के मामले में कोई समझौता सहन नहीं किया जाएगा।
श्री चौटाला एचएसआईआईडीसी द्वारा तैयार किए जा रहे 25 करोड़ रुपए से अधिक कीमत के लगभग 400 करोड़ रुपए की परियोजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर एचएसआईआईडीसी के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा परियोजना से जुड़े व्यक्ति भी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि राज्य में औद्योगीकरण के विकास को गति देने के लिए एचएसआईआईडीसी एक नोडल एजेंसी है जिसने अभी तक वाणिज्य निकुंज भवन, जापनीज हॉस्टल गुरुग्राम, पंचकूला, मानेसर, कुंडली में कार्यालय भवन, आईएमटी मानेसर का ऑडिटोरियम भवन तथा कम्युनिटी सेन्टर भी बनाए हैं। उन्होंने वर्तमान में निर्मित किए जा रहे ‘सामान्य अपशिष्ट उपचार संयंत्रों’ (कॉमन इंफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांटस) तथा अधिक क्षमता के लिए अपग्रेड किए जाने वाले सीईटीपी-प्रोजेक्ट्स की समीक्षा करते हुए कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सोनीपत जिला के बरही गांव में 27 करोड़ रुपए की कीमत से 16 एमएलडी क्षमता के सामान्य अपशिष्ट उपचार संयंत्र को 26 एमएलडी क्षमता का तथा गांव कुंडली के इंडस्ट्रियल-एस्टेट में 23.70 करोड़ रुपए की धनराशि से 4 एमएलडी क्षमता के सामान्य अपशिष्ट उपचार संयंत्र को 10 एमएलडी का किया जाएगा। इसी प्रकार, गांव राई के इंडस्ट्रियल एस्टेट में 20.21 करोड़ रुपए से वर्तमान 5 एमएलडी क्षमता के सामान्य अपशिष्ट उपचार संयंत्र को भी 10 एमएलडी क्षमता का संयंत्र बनाया जाएगा। बहादुरगढ़ में भी 34.50 करोड़ रुपए से 10 एमएलडी क्षमता का सामान्य अपशिष्ट उपचार संयंत्र का निर्माण किया जाएगा ताकि उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषित पानी को ठीक करके पुनः प्रयोग में लाया जा सके। उन्होंने उक्त सभी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए तेजी से काम करने के निर्देश दिए।