पांच राज्यों में हार के बाद स्थिति का आकलन करेगी कांग्रेस, सोनिया गांधी ने पांच नेताओं को सौंपा जिम्मा
पांच विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को इन राज्यों में चुनाव बाद की स्थिति का आकलन करने के लिए पांच वरिष्ठ नेताओं को नियुक्त किया है। ये नेता पार्टी उम्मीदवारों और महत्वपूर्ण नेताओं से बातचीत के बाद संगठनात्मक बदलाव का सुझाव देंगे।
राज्यसभा सदस्य रजनी पाटिल गोवा, जयराम रमेश मणिपुर, अजय माकन पंजाब, जितेंद्र सिंह उत्तर प्रदेश और अविनाश पांडे उत्तराखंड की स्थिति का आकलन करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष ने इन राज्यों की राज्य इकाई प्रमुखों को इस्तीफा देने के लिए कहने के ठीक एक दिन बाद यह पहल की है। यह कदम तब उठाया गया है, जब कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं ने, जिन्हें जी-23 कहा जाता है, पार्टी की अपमानजनक हार के बाद अपनी रणनीति तैयार करने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के आवास पर बैठक की।
सोनिया गांधी ने पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में रविवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ खुद के नेतृत्व से पीछे हटने की पेशकश की थी, लेकिन उनके प्रस्ताव को सीडब्ल्यूसी सदस्यों ने अस्वीकार कर दिया था।
जी-23 की बैठक में ये नेता हुए शामिल
बैठक में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुडा, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, चव्हाण, पंजाब की वरिष्ठ नेता राजेंद्र कौर भट्टल, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज राजब्बर, कुलदीप शर्मा, संदीप दीक्षित, विवेक तन्खा, गुजरात के पूर्व कांग्रेस नेता शंकर सिंह वाघेला और कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी कांग्रेस सांसद प्रणीत कौर भी शामिल हुईं। वहीं, बैठक से पहले लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने गांधी परिवार के नेतृत्व का समर्थन किया। उन्होंने लोकसभा में दावा किया कि जी-23 एक गुब्बारा है जो जल्द ही फट जाएगा। लेकिन चौधरी के दावे के कुछ घंटों बाद ही असंतुष्ट खेमे ने अपनी बैठक में नए नेताओं को शामिल कर यह साफ कर दिया कि जी-23 गांधी परिवार के नेतृत्व को चुनौती देने के विकल्प से पीछे नहीं हटेगा।