हिमंता बिस्व सरमा का ओवैसी पर तंज, कहा- कश्मीर में अनुच्छेद 370 के समान ही होगा उनका हश्र
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने रविवार को तेलंगाना में एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर जमकर निशाना साधा। सरमा ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब निजाम के नाम के साथ ओवैसी का नाम हमेशा के लिए भुला दिया जाएगा। ठीक उसी तरह जैसे जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म किया गया था।
शिक्षकों और बेरोजगार युवाओं के समर्थन में वारंगल में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए असम के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘जिस तरह से अनुच्छेद 370 को खत्म किया गया, राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ … यहां भी निजाम का नाम, ओवैसी का नाम हमेशा के लिए भुला दिया जाएगा …वह दिन भी बहुत दूर नहीं है।’
मैं 2023 में वापस आऊंगा जब राज्य में भाजपा सरकार शपथ लेगी: हिमंता बिस्व सरमा
हिमंता बिस्व ने आगे कहा, ‘भारत का इतिहास कहता है कि बाबर, औरंगजेब और निजाम लंबे समय तक नहीं रह सकते हैं। मुझे यकीन है कि निजाम की विरासत पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी और भारतीय सभ्यता पर आधारित एक नई संस्कृति का उदय होगा।’ साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों का प्यार और समर्थन मुझे फिर से हैदराबाद आने के लिए प्रेरित करता है। मैं 2023 में वापस आऊंगा जब राज्य में भाजपा सरकार शपथ लेगी। लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में विश्वास करते हैं और वे तेलंगाना को एक नया राज्य बनाना चाहते हैं।
तेंलगाना सरकार ने रोजगार देने का नहीं किया पूरा वादा, असम में हम करेंगे पूरा: हिमंता
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को राज्य में लोगों को रोजगार नहीं देने के लिए फटकार लगाते हुए उन्होंने कहा कि मेरा राज्य एक छोटा राज्य है। तेलंगाना की जीडीपी 9 लाख करोड़ है और असम की जीडीपी 3.5 लाख करोड़ है। लेकिन हम बहुत अधिक काम कर रहे हैं। तेलंगाना की तुलना में चुनाव प्रचार के दौरान हमारे भाजपा नेताओं ने कहा कि हमारी सरकार एक साल में असम में लोगों को एक लाख रोजगार देगी, लेकिन चुनाव के बाद लोग भूल जाते हैं जैसे केसीआर दो लाख नौकरी देने के अपने वादे को भूल जाते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि 1 मई से 10 मई तक मैं असम में एक लाख लोगों को नौकरी दूंगा। हम अपना वादा पूरा करेंगे।
बता दें कि इस कार्यक्रम में तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय कुमार व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओबीसी मोर्चा डाक्टर के लक्ष्मण समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे।
ट्विटर पर हिमंता ने पहले कहा था कि तेलंगाना के लोग टीआरएस सरकार के कुशासन से तंग आ चुके हैं और बदलाव के लिए तरस रहे हैं। उन्होंने कहा कि हैदराबाद में उत्साहपूर्ण स्वागत ने साबित कर दिया कि कैसे तेलंगाना के लोग टीआरएस सरकार के कुशासन से तंग आ चुके हैं और बदलाव के लिए तरस रहे हैं।