कोरोना टीकाकरण में पिछड़े जिलों की समीक्षा कर रहे हैं पीएम मोदी, राज्यों के सीएम भी हैं मौजूद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश दौरे से लौटने के बाद आज देश में कोरोना टीकाकरण में पिछड़ने वाले जिलों के हालात की समीक्षा करेंगे। देश में 13 राज्यों के 48 जिले ऐसे हैं, जिनमें कोरोना टीकाकरण की पहली डोज 50 प्रतिशत तक नहीं पहुंच पाई है। प्रधानमंत्री बुधवार को इन जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर कम टीकाकरण के कारणों की समीक्षा करेंगे। बैठक में संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद होंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी आधिकारिक बयान के अनुसार इस बैठक में उन जिलों को शामिल किया जाएगा जहां 50 प्रतिशत से कम लोगों को कोरोना के टीकों की पहली डोज लगी है और दूसरी डोज भी बहुत कम लोगों को लगी है। बैठक में प्रधानमंत्री इन सभी जिलों में कम टीकाकरण के कारणों की समीक्षा के साथ-साथ इससे निपटने के लिए किए जा रहे उपायों पर भी चर्चा करेंगे।
इन जिलों में दिल्ली का उत्तर पश्चिम जिला, हरियाणा का नूह, बिहार का अररिया और छत्तीसगढ़ का नारायणपुर शामिल है। साथ ही इसमें झारखंड के नौ जिले पाकुड़, साहेबगंज, गढ़वा, देवघर, पश्चिमी सिंहभूम, गिरिडीह, लातेहार, गोड्डा और गुमला शामिल हैं। इनके अलावा अरुणाचल प्रदेश और महाराष्ट्र के छह-छह, मणिपुर और नगालैंड के आठ-आठ, मेघालय के चार और तमिलनाडु, मिजोरम व असम के एक-एक जिले शामिल हैं।
जी-20 शिखर सम्मेलन और ग्लास्गो में कोप-26 की बैठकों में भाग लेने के बाद विदेश से लौटने के तुरंत बाद प्रधान मंत्री मोदी कल टीकाकरण को लेकर बैठक कर रहे हैं। टीकाकरण की गति और कवरेज में तेजी लाने की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने हाल ही में कहा था कि देश में 10.34 करोड़ से अधिक लोग ऐसे हैं जिन्होंने निर्धारित अंतराल की समाप्ति के बाद वैक्सीन की दूसरी खुराक नहीं ली है।