केंद्र सरकार चला रही ये स्वास्थ्य बीमा योजनाएं, जानें इनके लाभ
दुनिया भर में सरकारें अपने मुल्क की आवाम को अच्छी गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की दिशा में काम करती हैं। स्वास्थ्य के मुद्दे पर जागरूकता पैदा करने और स्वास्थ्य बीमा योजनाओं को प्रोत्साहित करने के लिए समय समय पर तमाम गतिविधियां चलाई जाती हैं। हाल ही में केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज (पीएमजीकेपी) की अवधि को और छह महीने के लिए बढ़ा दिया है। आइए जानें केंद्र सरकार की इन स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के बारे में…
आयुष्मान भारत
यह योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति द्वारा की गई सिफारिशों के कारण अस्तित्व में आई। आयुष्मान भारत योजना को यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज (Universal Health Coverage, UHC) को ध्यान में रखकर बनाया गया है। सरकार के आंकड़ों के मुताबिक इस योजना के तहत 65 करोड़ से अधिक लाभार्थी हैं। अभी तक महज 16 करोड़ लाभार्थियों का ही आयुष्मान कार्ड बन पाया है। 18 से 60 वर्ष के आयु वर्ग के लोग इसका लाभ ले सकते हैं। यह दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है। इसमें गरीब परिवारों को पांच लाख रुपये प्रति परिवार का सालाना का हेल्थ कवर दिया जाता है…
केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना
केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (Central Government Health Scheme, CGHS) स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से चलाई जा रही एक स्वास्थ्य योजना है। यह केंद्र सरकार के कर्मचारियों, पेंशनभोगियों और उनके आश्रितों को स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करती है। इसके तहत प्रत्येक केंद्रीय कर्मचारी को एक कार्ड मिलता है। इस सीजीएचएस कार्ड के जरिए उसे सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है। यही नहीं सीजीएचएस में सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में इलाज के लिए फीस में छूट दी जाती है।
प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना
यह योजना (pradhan mantri swasthya suraksha yojana) भारत के लोगों को दुर्घटना बीमा प्रदान करने के लिए अस्तित्व में आई थी। 18 से 70 वर्ष की आयु के लोग और जिनके पास बैंक खाता है वे इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। यह पालिसी एक लाख रुपये का वार्षिक कवर प्रदान करती है। आंशिक विकलांगता की स्थिति में एक लाख और समग्र विकलांगता की स्थिति में दो लाख रुपये जबकि मृत्यु की दशा में 12 लाख रुपए की मदद दी जाती है।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में बाल स्वास्थ्य की परिकल्पना की गई है। इसका उद्देश्य जन्म से अठारह साल तक के बच्चों में विशिष्ट बीमारी समेत 4डी यानी चार प्रकार की समस्याओं की त्वरित जांच और इलाज मुहैया कराना है। इन चार समस्याओं में जन्म के समय विकलांगता, जन्म दोष, कमी और विकास मंदता की जांच और उपचार शामिल है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (Rashtriya Swasthya Bima Yojana) भारत सरकार के श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा शुरू की गई है। इस योजना के तहत असंगठित क्षेत्र और गरीबी रेखा से नीचे के व्यक्तिगत कामगारों को शामिल किया गया है। यह कवर उनके परिवार (अधिकतम पांच सदस्यों) तक भी फैला हुआ है। यह योजना असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए है। अक्सर ये लोग किसी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी के तहत कवर नहीं होते हैं। ऐसे में यह स्वास्थ्य बीमा उनके लिए काफी मददगार साबित हो सकती है।
जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम और मिसन इंद्रधनुष
जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम की शुरुआत सभी गर्भवती महिलाओं को सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रजनन कराने में मदद के लिए की गई है। इसकी मदद से बीमार नवजात शिशुओं का मुफ्त इलाज में सहायता मिलेगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने 25 दिसंबर 2014 को सभी बच्चों को टीकाकरण के अंतर्गत लाने के लिए मिशन इंद्रधनुष की शुरुआत की थी। मिशन इंद्रधनुष का मकसद उन बच्चों का टीकाकरण करना है जिन्हें टीके नहीं लगे हैं।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज
केंद्र सरकार ने हाल ही में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज (पीएमजीकेपी) की अवधि और छह महीने के लिए बढ़ा दी है। यह कोरोना के खिलाफ लड़ने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के लिए एक बीमा योजना है। इस बीमा योजना की अवधि को कोरोना मरीजों के इलाज में नियुक्त स्वास्थ्यकर्मियों के आश्रितों को सुरक्षा कवच मुहैया कराने के लिए बढ़ाया गया है।
सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के लाभ
- सरकार की ओर से स्वास्थ्य बीमा योजनाएं कम कीमत पर ऑफर की जाती हैं।
- इनका मकसद गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को स्वास्थ्य बीमा पालिसी लेने के लिए प्रोत्साहित करना है।
- इनका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि गरीब लोगों के पास किसी प्रकार का बीमा कवर हो।
- सरकार द्वारा शुरू की गई नीतियां बीमाधारकों को आश्वस्त महसूस करने में मदद करती हैं।
- बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सरकारी और निजी अस्पतालों की सेवाएं पाने में सहूलियत होती है।