कोविड कार्यबल के प्रमुख बोले- महामारी का सबसे बुरा दौर खत्म हो गया यह कहना उचित नहीं, बच्चों के टीकाकरण पर दिया यह जवाब
कोविड कार्यबल के प्रमुख वीके पाल ने रविवार को कहा कि सरकार सभी वैज्ञानिक तथ्यों और उपलब्ध टीकों की आपूर्ति की स्थिति के आधार पर बच्चों और किशोरों के कोविड-19 रोधी टीकाकरण पर ही अंतिम निर्णय लेगी। इसके साथ ही ने कोविड कार्यबल के प्रमुख ने यह भी आगाह किया कि भले ही कोरोना संक्रमण कम हो रहा है और दूसरी लहर धीरे-धीरे खत्म हो रही है… यह कहना उचित नहीं होगा कि महामारी का सबसे बुरा दौर खत्म हो गया है। कई देशों ने महामारी दो से अधिक लहरें देखी हैं।
वीके पाल ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि हम जानते हैं कि कई देशों ने किशोरों और बच्चों के लिए टीकाकरण की शुरुआत कर दी है। हम समग्र वैज्ञानिक तथ्यों-तर्कों और टीकों की आपूर्ति की स्थिति के आधार पर बच्चों और किशोरों के टीकाकरण पर अंतिम निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चों के टीकाकरण कार्यक्रम में जाइडस कैडिला की वैक्सीन को शामिल करने की तैयारी अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है। प्रशिक्षण भी हो रहे हैं। एनटीएजीआई की सलाह के आधार पर इसे जल्द शुरू किया जाएगा।
मालूम हो कि देश में कोविड-19 रोधी तीन टीके कोविशील्ड, कोवैक्सिन और स्पुतनिक-वी उपलब्ध हैं। इन टीकों से 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। ये सभी दो खुराक वाले टीके हैं। अब जाइडस कैडिला (Zydus Cadila) की स्वदेशी सुई-मुक्त कोविड रोधी वैक्सीन जायकोव-डी (ZyCoV-D) लॉन्चिंग के लिए तैयार है। यह 12-18 वर्ष के आयु वर्ग के किशोरों के लिए उपलब्ध होगी। इसे आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है।
बता दें कि भारत के केंद्रीय दवा प्राधिकरण के एक विशेषज्ञ पैनल ने कुछ शर्तों के साथ 2-18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों और किशोरों के लिए भारत बायोटेक की कोविड रोधी वैक्सीन कोवैक्सीन को मंजूरी देने की सिफारिश की है। यदि औषधि महानियंत्रक (DCGI) द्वारा इसे मंजूरी मिल जाती है तो यह ZyCoV-D के बाद 18 वर्ष से कम उम्र के किशोरों और बच्चों के लिए EUA प्राप्त करने वाला दूसरी कोविड रोधी वैक्सीन होगी। टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) जायकोव-डी के सर्वोत्तम इस्तेमाल पर विचार कर रहा है।