18 November, 2024 (Monday)

खुदकुशी का प्रयास नहीं, यह साजिशन वारदात है’जांच करेगी एसआइटी, पिंकी के भाई व चाचा ने लगाए आरोप

 शहर के प्रमुख इंटीरियर डिजाइनर अमित बंसल की आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। अमित की पत्‍नी पिंकी के भाई मोहित और चाचा अतुल गुप्ता का आरोप है कि आफिस में पति के शव के पास लहूलुहान मिली पिंकी पर साजिशन जानलेवा हमला किया गया। यह महज आत्महत्या के प्रयास का मामला नहीं, बल्कि सुनियोजित वारदात है। वहीं, मामले की जांच को सीओ सिविल लाइंस ब्रिजेश कुमार की अगुवाई में एसआइटी गठित कर दी गई है।

मोहित ने सवाल उठाया है कि आखिर कैसे पिंकी ने पहले अपने एक हाथ की नस काटी। फिर खून बह रहे हाथ से दूसरे हाथ की नस काट ली। इसके बाद जख्मी हाथों से गर्दन, सिर और चेहरे पर ताबड़तोड़ वार किए। किसी के लिए ऐसा करना नामुमकिन है। मंगलवार को गाजियाबाद निवासी मोहित और अतुल गुप्ता ने दैनिक जागरण से बातचीत में यह बात साझा की। मोहित ने बताया कि जेपी अस्पताल के डाक्टरों ने दावा किया है कि कोई भी महिला खुद पर कटर से छह वार नहीं कर सकती। बकौल मोहित, अमित बंसल और पिंकी में बहुत प्यार था। ऐसा क्या हुआ जो अमित ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पिंकी भी लहूलुहान हो गई। मोहित का कहना है कि नौचंदी पुलिस से मिलकर पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच की मांग करेंगे। मोहित ने कहा कि यदि पुलिस अमित के बहनोई नीरज गर्ग के दबाव में काम कर रही है तो मुख्यमंत्री व डीजीपी से मिलकर निष्पक्ष जांच की मांग की जाएगी।

बोल सकती न लिख सकती

पिंकी अस्‍पताल में भर्ती है। उसके मुंह पर कटर लगा हुआ था। उसके चेहरे का भी आपरेशन हुआ है, इसलिए वह अभी बोलने की स्थिति में नहीं है। दोनों हाथों की नस कटने के कारण वह लिखने में भी असमर्थ है। पिंकी के चाचा अतुल गुप्ता ने आरोप लगाया कि रामकिशन बंसल और अमित एक दूसरे से बातचीत तक नहीं करते थे।

पिंकी और अमित दोनों ही पढ़े लिखे थे, अच्छे बुरे की समझ रखते थे। पिंकी ने लंदन और अमित ने आस्ट्रेलिया से पढ़ाई पूरी की थी। दोनों एक-दूसरे की हर बात मानते थे। शादी के बाद अमित के कहने भर से पिंकी ने साफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी भी छोड़ दी थी। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि दोनों की जिंदगी में अचानक ऐसा कौन सा तूफान आ गया, जो सारी खुशियों को उजाड़कर चला गया। घटना के बाद स्वजन, रिश्तेदार और दोस्त हर कोई हतप्रभ है।

पुलिस इस तथ्य को भी बना रही जांच का हिस्सा

गाजियाबाद के व्यापारी की बेटी पिंकी ने झांसी से बीटेक किया था। इसके बाद पिंकी जाकर लंदन इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। देश में लौटकर पिंकी ने नोएडा की एक कंपनी में साफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी शुरू कर दी। वहीं, अमित बंसल भी आस्टेलिया में पढ़ाई कर रहे थे। तभी दोनों की शादी की बात पक्की हो गई थी। अमित बंसल ने पिंकी से नौकरी नहीं कराने का प्रस्ताव रखा। तब पिंकी ने अमित की खातिर नौकरी को छोड़ दिया था। दस दिन पहले अमित बंसल अपने दोस्तों के साथ लद्दाख भी गया था। ऐसे में लग रहा है कि दंपती में बीच इस टूर को लेकर तो कोई विवाद नहीं हुआ। पुलिस इस तथ्य को भी अपनी जांच का हिस्सा बना रही है।

गमगीन बुजुर्ग पिता ने कांपते हाथों से इकलौते बेटे को मुखाग्नि दी

मेरठ : शहर के प्रमुख इंटीरियर डिजाइनर अमित बंसल की आत्महत्या के मामले में पुलिस की जांच में अभी तक परिवारिक विवाद ही सामने आ रहा है। पुलिस एक्सपर्ट से अमित का मोबाइल खुलवाने का प्रयास कर रही है, ताकि पता चल सके अंतिम बार अमित की बात किस-किस से हुई थी। उधर, स्वजन ने मंगलवार को बृजघाट पर अमित का अंतिम संस्कार कर दिया। गमगीन बुजुर्ग पिता ने कांपते हाथों से अपने इकलौते बेटे को मुखाग्नि दी।

मूलरूप से किठौर निवासी राम किशन बंसल शास्त्रीनगर के सेक्टर-एक में परिवार के साथ रहते हैं। रामकिशन का बेटा अमित बंसल इंटीरियर डिजाइनर था। घर के पास ही अमित ने मैजेटिक इंटीरियर के नाम से आफिस बना रखा है। सोमवार को आफिस के अंदर ही अमित बंसल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस का दावा है कि पिंकी ने कटर से पहले दोनों हाथों की नस काट ली। इसके बाद गर्दन पर कटर से वार कर खुद को लहूलुहान कर लिया था।

पिंकी के परिवार से कोई न आया

पुलिस ने अमित बंसल का पोस्टमार्टम कराकर देर रात शव स्वजन को सौंप दिया था। सुबह पूरा परिवार अमित बंसल का अंतिम संस्कार करने के लिए बृजघाट चला गया। वहां पर पिता रामकिशन ने बेटे का अंतिम संस्कार कर किया। उसके बाद परिवार और रिश्तेदार के सभी सदस्य लौट गए। वहीं, अमित के अंतिम संस्कार में पिंकी के परिवार का कोई सदस्य शामिल नहीं हुआ।

रातभर माता-पिता को तलाशती रही मासूम

अमित और पिंकी की आठ माह की बच्ची रातभर माता-पिता को तलाशती रही। पहले छोटी बुआ ने बच्ची को खिलौनों के सहारे सुलाया। उसके बाद बड़ी बुआ स्वीटी ने दिनभर बच्ची को अपने साथ रखा। बच्ची शायद महिलाओं की भीड़ में शायद अपनी मम्मी को तलाश रही थी, जब भी कोई बच्ची को गोद में लेकर बैठ जाए तो रोने लगती थी। इसलिए परिवार के सदस्य बारी बारी से बच्ची को गोद में लेकर आंगन में घूमा रहे थे।

पिता बोले, सोमवार को तनाव में था अमित

अमित के पिता रामकिशन का कहना है कि सोमवार को अमित मानसिक तनाव में लग रहा था। रामकिशन बंसल भी स्वीकार कर रहे है कि उनकी ज्यादा बातचीत अमित से नहीं होती थी। अचानक ही अमित के तनाव की वजह क्या रही है, पुलिस इन सभी की पड़ताल कर रही है। पुलिस ने आफिस की सीसीटीवी फुटेज भी कब्जे में ले ली है।

मोबाइल में बंद है मौत का राज

अमित के आफिस से सुसाइड नोट मिला था, जिसमें लिखा था कि मुङो माफ करना। मेरी मौत का राज मोबाइल में है। इसके बाद अमित ने मोबाइल को फ्लाइट मोड पर डाल दिया था। मोबाइल लाक होने की वजह से अभी तक पुलिस उसे खोल नहीं पाई है। स्वजन ने तीन बार कोड दिए, लेकिन सभी चार अंकों के हैं। जबकि मोबाइल में छह अंक का कोड चाहिए है। पुलिस अब एक्सपर्ट से मोबाइल खुलवाने का प्रयास कर रही है।

पिंकी की हालत चिंताजनक, नोएडा में कराया भर्ती

 

सोमवार देर रात ही गाजियाबाद से पिंकी के स्वजन मेरठ पहुंचे थे। उन्होंने मेडिकल कालेज के डाक्टरों से पिंकी के बारे में बातचीत की। वहां से रेफर कराने के बाद न्यूटिमा अस्पताल ले गए। यहां से रेफर कराने के बाद नोएडा के जेपी अस्पताल में भर्ती कराया है। मंगलवार को पिंकी का आपरेशन हुआ है। उसके सिर में खून के थक्के जम गए थे। अभी पिंकी की हालत चिंताजनक बनी है।

अमित के डीआइजी जीजा भी पहुंचे मेरठ, मामले की जानकारी ली

सोमवार देर रात अमित बंसल के जीजा नीरज गर्ग भी मेरठ पहुंच गए। नीरज गर्ग केरल कैडर में आइपीएस हैं। वे डीआइजी पद पर तैनात हैं। नीरज गर्ग ने मेरठ पहुंचने के बाद इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार को रात साढ़े तीन बजे घर पर बुलाया और पूरे प्रकरण की जानकारी ली। उसके बाद इंस्पेक्टर को कहा कि अभी पूरे मामले को रिजर्व में रखिए।

इन्‍होंने कहा

अमित बंसल की आत्महत्या और पत्नी पिंकी द्वारा आत्महत्या के प्रयास की रिपोर्ट जीडी में दर्ज कर ली गई है। अभी तक परिवार की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई है। अंतिम संस्कार की वजह से परिवारिक सदस्यों के बयान भी दर्ज नहीं किए गए हैं। पुलिस सíवलांस के माध्यम से भी आत्महत्या की वजह तलाश रही है।

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